‘मेरी माटी मेरा देश’ से होगा अमृत महोत्‍सव का समापन

युगवार्ता    24-Aug-2023   
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आजादी के अमृत महोत्‍सव कार्यक्रम के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के आवाहन पर पूरे देश में 9 अगस्‍त से 30 अगस्त 2023 तक, 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान आजादी के 75 साल पूरे होने पर एक राष्‍ट्रव्‍यापी उत्‍सव की तरह मनाया जा रहा है। ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान आजादी का अमृत महोत्‍सव का समापन कार्यक्रम होगा।
मेरी माटी मेरा देश अभियान
भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर देश आजादी का अमृत महोत्‍सव मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के आवाहन पर आजादी का अमृत महोत्सव का कार्यक्रम 12 मार्च, 2021 को शुरू हुआ था। इसका समापन कार्यक्रम 30 अगस्‍त 2023 को होगा। इसके तहत पूरे भारत में अबतक 2 लाख से अधिक कार्यक्रम आयोजित किये गए। अमृत महोत्‍सव के इन कार्यक्रमों में व्यापक जन-भागीदारी देखने को मिली। पिछले वर्ष की 'हर घर तिरंगा' अभियान की तरह इस वर्ष भी प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान की घोषणा की है। पिछले साल आयोजित हर घर तिरंगा अभियान बेहद सफल रहा। इस साल आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एक और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम 'मेरी माटी मेरा देश' शुरू किया गया है। इस अभियान की टैग लाइन है - ‘माटी को नमन, वीरों का वंदन’। 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान 9 अगस्त को शुरू हुआ। इसके तहत 15 अगस्त, 2023 तक कई कार्यक्रम आयोजित किये गए। वहीं 16 अगस्त, 2023 से ब्लॉक, नगर पालिका/निगम और राज्य स्तर पर भी कई कार्यक्रम हुए। इस कार्यक्रम का समापन समारोह कर्तव्य पथ, नई दिल्ली में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में 30 अगस्त, 2023 को निर्धारित है।
देश आजादी का अमृत महोत्‍सव मना रहा है। ऐसे अवसर पर अपने वीर स्‍वतंत्रता सेनानियों को याद किये बिना यह अमृत महोत्‍सव अधूरा ही रहेगा। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने अपने हालिया मन की बात कार्यक्रम में 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान की घोषणा की। इस अभियान के अंतर्गत उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों का सम्मान करना है, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान किया था। इस अभियान के अंतर्गत उन वीरों को याद करने के लिए देश भर में 9 अगस्‍त से 30 अगस्त 2023 तक, गांव और ब्लॉक स्तर, स्थानीय शहरी निकायों के साथ-साथ राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इस कार्यक्रम के अंतर्गत स्‍वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में अमृत सरोवरों के निकट ग्राम पंचायतों में शिलाफलक (स्मारक पट्टिकाएं) स्थापित किये जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, ‘शहीद वीर-वीरांगनाओं को सम्मान देने के लिए ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान शुरू होगा। इसके तहत देश-भर में हमारे अमर बलिदानियों की स्मृति में अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे। इन विभूतियों की स्मृति में, देश की लाखों ग्राम पंचायतों में, विशेष शिलालेख भी स्थापित किए जाएंगे। इस अभियान के तहत देश-भर में ‘अमृत कलश यात्रा’ भी निकाली जाएगी। देश के गांव-गांव, कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लेकर ये 'अमृत कलश यात्रा' देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। यह यात्रा अपने साथ देश के अलग-अगल हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7500 कलशों में आई माटी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास 'अमृत वाटिका' का निर्माण किया जाएगा। ये 'अमृत वाटिका' 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' का भी बहुत ही भव्य प्रतीक बनेगी।'
 
‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान से कैसे जुड़ें
‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम से लोगों को जोड़ने और सामूहिक भागीदारी (जन भागीदारी) को प्रोत्साहित करने के लिए, एक वेबसाइट https://merimaatimeradesh.gov.in/ लॉन्च की गई है, जहां लोग मिट्टी या मिट्टी का दीपक हाथ में लेकर अपनी सेल्फी अपलोड कर सकते हैं। ऐसा करके देशवासी भारत को एक विकसित देश बनाने, गुलामी की मानसिकता को खत्म करने, हमारी समृद्ध विरासत पर गर्व करने, एकता और एकजुटता बनाए रखने, नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा कर सकते हैं। इतना ही नहीं स्‍वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्र की रक्षा करने वालों का सम्मान करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए पंच प्रण की प्रतिज्ञा ले सकते हैं।
 
इस अभियान के बाबत सूचना एवं प्रसारण और दूरसंचार विभाग के सचिव अपूर्व चंद्रा ने बताया कि वीरों को श्रद्धांजलि के रूप में शिलाफलक स्थापित करना, मिट्टी का नमन और वीरों का वंदन; मेरी माटी मेरा देश अभियान के प्रमुख घटक हैं। उन्होंने कहा कि इस साल भी हर घर तिरंगा का आयोजन किया जाएगा, लेकिन इसे मेरी माटी मेरा देश के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में मनाया जाएगा। वहीं संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने बताया कि इस अभियान में स्वतंत्रता सेनानियों और सुरक्षा बलों को समर्पित शिलाफलकम् की स्थापना जैसे कार्यक्रमों के साथ-साथ पंच प्रण प्रतिज्ञा, वसुधा वंदन, वीरों का वंदन जैसी पहल शामिल होंगी, जो हमारे वीरों के वीरतापूर्ण बलिदानों का सम्मान करती हैं। गांव, पंचायत, ब्लॉक, कस्बे, शहर, नगर पालिका आदि के स्थानीय वीरों के बलिदान की भावना को सलाम करने वाली शिलाफलक या स्मारक पट्टिकाएं शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित की जाएंगी। इसमें उस क्षेत्र से संबंधित उन लोगों के नाम के साथ प्रधानमंत्री का संदेश भी होगा, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया था।
'मेरी माटी मेरा देश' अभियान आजादी के 75 साल पूरे होने पर एक राष्‍ट्रव्‍यापी उत्‍सव है, जो आजादी के अमृत महोत्‍सव के समापन कार्यक्रम के रूप में मनाया जा रहा है। देशवासी अपने गांव-शहर या ऐतिहासिक महत्व के स्थानों की माटी और पौधे संस्कृति मंत्रालय को भेजकर इस राष्ट्रव्यापी अभियान का हिस्‍सा बन सकते हैं। वस्‍तुत: अमृत महोत्‍सव के इस मौके पर हमें अपने देश की माटी पर गर्व करना चाहिए, क्‍योंकि हमारे देश की माटी ने अनेक स्‍वतंत्रता सेनानियों को जन्‍म दिया है जिन्‍होंने हंसते-हंसते देश के लिए अपना प्राण न्‍योछावर कर दिया था।
 
हर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा अभियान
गत वर्ष प्रधानमंत्री ने 13 अगस्‍त से 15 अगस्‍त 2022 तक ‘हर घर तिरंगा’ अभियान मनाने की घोषणा की थी। लोगों की भागीदारी से यह अभियान बहुत ही सफल रहा। इस वर्ष भी, 'हर घर तिरंगा' अभियान 13 से 15 अगस्त, 2023 के बीच मनाया गया। इसके तहत प्रत्‍येक भारतीय हर जगह राष्ट्रीय ध्वज फहराया, तिरंगे के साथ सेल्फी लिया और हर घर तिरंगा की वेबसाइट (harghartiranga.com) पर अपलोड कर सर्टिफिकेट हासिल किया। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का मानना है कि गत वर्ष हर घर तिरंगा अभियान के जरिये पूरा देश एक साथ आया। वैसे ही इस बार भी हमें तिरंगा फहराना है। और इस परंपरा को लगातार आगे बढ़ाना है। इन प्रयासों से हमें अपने कर्तव्यों का बोध होगा, देश की आजादी के लिए दिए गए असंख्य बलिदानों का बोध होगा, आजादी के मूल्य का एहसास होगा। इसलिए, हर देशवासी को, इन प्रयासों से जरूर जुड़ना चाहिए।
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संजीव कुमार

संजीव कुमार (संपादक)
आप प्रिंट मीडिया में पिछले दो दशक से सक्रिय हैं। आपने हिंदी-साहित्य और पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है। आप विद्यार्थी जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भी जुडे रहे हैं। राजनीति और समसामयिक मुद्दों के अलावा खोजी रिपोर्ट, आरटीआई, चुनाव सुधार से जुड़ी रिपोर्ट और फीचर लिखना आपको पसंद है। आपने राज्यसभा सांसद आर.के. सिन्हा की पुस्तक ‘बेलाग-लपेट’, ‘समय का सच’, 'बात बोलेगी हम नहीं' और 'मोदी-शाह : मंजिल और राह' का संपादन भी किया है। आपने ‘अखबार नहीं आंदोलन’ कहे जाने वाले 'प्रभात खबर' से अपने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत की। उसके बाद 'प्रथम प्रवक्ता' पाक्षिक पत्रिका में संवाददाता, विशेष संवाददाता और मुख्य सहायक संपादक सह विशेष संवाददाता के रूप में कार्य किया। फिर 'यथावत' पत्रिका में समन्वय संपादक के रूप में कार्य किया। उसके बाद ‘युगवार्ता’ साप्तहिक और यथावत पाक्षिक के संपादक रहे। इन दिनों हिन्दुस्थान समाचार समूह की पत्रिका ‘युगवार्ता’ पाक्षिक पत्रिका के संपादक हैं।