नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीक़ी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को भारत रत्न सम्मान दिए जाने की मांग की है। इस संबंध में मोर्चा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को पत्र लिखा है।
सिद्दीक़ी ने पत्र में लिखा है कि भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी और राष्ट्र निर्माण के प्रणेता डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ प्रदान किया जाना चाहिए। यह मांग न केवल उनके अतुलनीय योगदान को सम्मानित करने के लिए आवश्यक है, बल्कि युवा पीढ़ी को राष्ट्रवाद की प्रेरणा प्रदान करने के लिए भी अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि
डॉ. हेडगेवार का जन्म एक अप्रैल 1889 को नागपुर में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। बचपन से ही वे देशभक्त थे। स्कूल के दिनों में उन्होंने ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाकर ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह किया और स्वतंत्रता की आवाज बुलंद की। कलकत्ता में चिकित्सा शिक्षा के दौरान वे अनुशीलन समिति से जुड़े, जहां वे बंकिम चंद्र चटर्जी और विनायक दामोदर सावरकर जैसे विचारकों से प्रेरित हुए। 1921 में कटोल और भारतवाड़ा में दिए गए उनके भाषणों के कारण ब्रिटिश सरकार ने उन्हें राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया और एक साल जेल की सज़ा हुई। इसी प्रकार से 1930 जंगल सत्याग्रह के संदर्भ 9 महीने का कारावास भी हुआ लेकिन उनकी दृढ़ता अटल रही। वर्ष 1925 में नागपुर में डॉ. हेडगेवार ने संघ की स्थापना की, जो आज भारत का सबसे बड़ा सांस्कृतिक और सामाजिक संगठन है। डॉ. हेडगेवार का निधन 21 जून 1940 को हुआ, लेकिन उनका विचार और संगठन आज भी भारत की नींव को मजबूत कर रहा है।
उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार के योगदान को देखते हुए उन्हें भारत रत्न प्रदान करना अत्यंत उचित होगा। यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत बलिदान को मान्यता देगा, बल्कि उन सभी स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित करेगा जो गुमनाम रूप से राष्ट्र सेवा में लगे हैं। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जब राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक एकता की आवश्यकता है, यह कदम प्रेरणादायक सिद्ध होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी