बरेली में बेगुनाह मुसलमानों पर अत्याचार का आरोप, आला हजरत खानदान ने दी आंदोलन की चेतावनी

युगवार्ता    01-Oct-2025
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बरेली के आला हजरत खानदान के लोग


बरेली के आला हजरत खानदान के लोगों का हस्ताक्षरित ज्ञापन


नई दिल्ली/बरेली, 01 अक्टूबर (हि.स.)। बरेली में “आई लव मोहम्मद” पोस्टर विवाद और उसके बाद हुए बवाल को लेकर आला हजरत खानदान ने पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई पर असंतोष वयक्त किया। बरेली के साथ-साथ देश की बड़ी दरगाहों में मानी जाने वाली दरगाह आला हजरत, खानकाह ताजुश्शरिया और खानकाह आलिया रजविया के पदाधिकारियों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि बेगुनाह मुसलमानों को निशाना बनाकर सामूहिक सजा दी जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे ठोस कदम उठाने को मजबूर होंगे।

दरगाह आला हजरत के प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां के नबीर-ए- मौलाना तौसीफ रजा खां ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि बरेली सुन्नी मुसलमानों का केंद्र है। 26 सितंबर को तौकीर मियां के नेतृत्व में केवल ज्ञापन देने की योजना थी, लेकिन पुलिस ने हालात बिगाड़ दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि निहत्थे लोगों को ज्ञापन देने से रोकना गलत था।

मौलाना तौसीफ ने दावा किया कि बरेली शरीफ में पथराव मुसलमानों ने नहीं, बल्कि एक षडयंत्र के तहत कराया गया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि इंदिरा मार्केट के पास एक इमारत की छत से कुछ लोग मुसलमानों और पुलिस पर पथराव कर रहे थे। इसके बावजूद, पुलिस ने पूरे समुदाय को कठघरे में खड़ा कर दिया।

आला हजरत खानदान ने पुलिस पर बेगुनाहों को गिरफ्तार करने, थानों में मारपीट करने और खाने-पीने से वंचित रखने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि महिलाओं और बच्चों के साथ भी दुर्व्यवहार किया जा रहा है। मस्जिदों के इमामों का उत्पीड़न और बेगुनाहों के घरों पर बुलडोजर चलाकर परिवारों को बेघर करने की कार्रवाई को गैरकानूनी और अमानवीय बताया। खानदान ने मांग की कि बेगुनाहों की गिरफ्तारी रोकी जाए, झूठे मुकदमे वापस लिए जाएं और बुलडोजर कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाई जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि सरकार और प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लेता तो वे सामूहिक रूप से आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

इस मुद्दे पर खानदान-ए-आला हजरत पूरी तरह एकजुट दिखा। बयान के समर्थन में मौलाना सुब्हान रजा खां, काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती असजद रजा खां कादरी, सज्जादानशीन मुफ्ती अहसान रजा खां कादरी, मौलाना मन्नान रजा खां, मौलाना अंजुम रजा खां, मौलाना सिराज मियां, मौलाना अदनान रजा कादरी, मौलाना अब्दुल्ला रजा कादरी, मौलाना हन्नान रजा खां और इकान रजा खां सहित सभी सदस्यों ने हस्ताक्षर किए।

हिन्दुस्थान समाचार/ मोहम्मद ओवैस

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हिन्दुस्थान समाचार / मोहम्मद शहजाद

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