-चंडीगढ़ के डीजीपी ने आईजी के नेतृत्व में किया गठन-चौथे दिन भी नहीं हुआ आईपीएस का पोस्टमार्टम
चंडीगढ़, 10 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा के एडीजीपी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी )करेगा। चंडीगढ़ के डीजीपी ने शुक्रवार की शाम आईजी की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन कर दिया है। वाई पूरन कुमार ने सात अक्टूबर को आत्महत्या की थी लेकिन अभी तक उनका पोस्टमार्टम नहीं हुआ है। चंडीगढ़ पुलिस की ओर से गुरुवार की देर रात एफआईआर दर्ज करके अमनीत पी. कुमार को उसकी कॉपी दी गई। हालांकि कुछ देर बाद उन्होंने एफआईआर पर आपत्ति जतायी। शुक्रवार को हरियाणा के मुख्य सचिव, गृह सचिव समेत कई आईएएस व आईपीएस अधिकारी अमनीत पी कुमार से मिले। दोपहर बाद हरियाणा के आईएएस डी.सुरेश के नेतृत्व में दलित प्रतिनिधियों का एक शिष्टमंडल चंडीगढ़ के डीजीपी सागरप्रीत हुड्डा से मिला। डी.सुरेश ने बताया कि उन्होंने चंडीगढ़ के डीजीपी से इस मामले की निष्पक्ष जांच करने तथा हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर व रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजरानिया को गिरफ्तार करने की मांग की है।
डी.सुरेश की इस मुलाकात के कुछ समय बाद चंडीगढ़ पुलिस ने एक एसआईटी के गठन का ऐलान कर दिया। आईजी पुष्पेंद्र कुमार के नेतृत्व में गठित की गई एसआईटी में चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर, एसपी सिटी केएम प्रियंका, चरनजीत सिंह विर्क डीएसपी ट्रैफिक, एसडीपीओ साउथ गुरजीत कौर तथा सेक्टर-11 के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जयवीर सिंह राणा को शामिल किया गया है।
एसआईटी का गठन करने के साथ ही चंडीगढ़ पुलिस ने अमनीत पी कुमार की मांग को पूरा करते हुए उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी है। अमनीत पी कुमार के सेक्टर-24 आवास के बाहर अस्थाई चैक पोस्ट स्थापित कर दी है। इसके अलावा राइडर भी वहां तैनात रहेंगे। दूसरी तरफ हरियाणा पुलिस ने भी उनके आवास के बाहर अपने अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी तैनात कर दिए हैं।---------------
हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा