भोपाल, 14 अक्टूबर (हि.स.)। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिहं ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने ही एक भारत, श्रेष्ठ भारत का सपना देखा था। स्वतंत्रता के पश्चात जब देश अनेक रियासतों में बंटा हुआ था, तब सरदार पटेल ने अद्वितीय नेतृत्व, अदम्य साहस और दूरदर्शिता का परिचय देते हुए भारत को एकजुट करने का कार्य किया। उन्होंने “खंड-खंड भारत नहीं, एक भारत” की भावना को साकार किया और हमें वह एकता दी, जो आज हमारी पहचान और गर्व का विषय है। सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाना होगा।
भाजपा महासचिव अरुण सिहं मंगलवार को भोपाल में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सरदार@150 यूनिटी मार्च एक भारत, आत्मनिर्भर भारत कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हम यहाँ “लौह पुरुष” सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर एकत्र हुए हैं, ताकि उनके विचारों और योगदान को जन-जन तक पहुँचाया जा सके। मुझे पूरा विश्वास है कि भाजपा के कार्यकर्ता, देश का प्रत्येक युवा, मिलकर उस भारत के निर्माण में भागीदार बन सकता है, जिसका सपना सरदार वल्लभभाई पटेल ने देखा था। इस अभियान का सबसे महत्वपूर्ण चरण 26 नवंबर, संविधान दिवस से आरंभ होगा। गुजरात स्थित सरदार पटेल के जन्म स्थान करमसद से यूनिटी मार्च शुरू किया जाएगा, जो लगभग 152 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए केवड़िया पहुंचेगा।
उन्होंने कहा कि इस पदयात्रा में देश के विभिन्न जिलों से चुने गए पांच-पांच युवा प्रतिनिधि भाग लेंगे। अगले दो महीनों तक देशभर में सरदार पटेल के विचारों और योगदान पर केंद्रित गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, जिससे युवाओं में उनके विचारों को जानने और उनके पदचिन्हों पर चलने की प्रेरणा जागृत होगी। यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। अभियान का दूसरा चरण 31 अक्टूबर से 25 नवंबर के बीच आयोजित होगा, जिसमें जिला स्तर पर पदयात्राएं की जाएंगी। इन यात्राओं में योग एवं स्वास्थ्य शिविर, व्याख्यान, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं, और नशा मुक्त भारत का संकल्प शामिल होगा।
सरकार पटेल की भावना को आगे बढा रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी
भाजपा महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए प्रदर्शनियाँ, स्वच्छता अभियान तथा अन्य जनजागरूकता गतिविधियां भी पदयात्रा के रूट पर आयोजित की जाएंगी। इस अभियान में माय भारत, राष्ट्रीय कैडेट् कोर, और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक सक्रिय भूमिका निभाएंगे। हम उन युवाओं को यूथ आइकॉन मानते हैं, जो प्रधानमंत्री के एक लाख युवा नेताओं के सपने को साकार कर सकते हैं। ऐसे प्रेरणादायक युवाओं को इस पदयात्रा से जोड़ा जाएगा। इस अवसर पर “वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” जैसे संकल्पों को भी जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। यही सरदार पटेल की भावना थी, जिसे आज प्रधानमंत्री मोदी आगे बढ़ा रहे हैं।
कांग्रेस के जमाने में 30 से 32 प्रतिशत टैक्स लगता थाः खण्डेलवाल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी रिफॉर्म्स का ऐतिहासिक कार्य किया, जिसका पूरे देश को लाभ मिल रहा है। कांग्रेस के जमाने में सात-आठ टैक्स लगते थे और 30 से 32 प्रतिशत तक टैक्स लगता था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने पहले टैक्स को एक किया गया फिर जीएसटी रिफॉर्म्स किया। प्रधानमंत्री देश को मजबूत और कार्यप्रणाली को ठीक करने का कार्य कर रहे हैं, इसलिए यह बात जनमानस तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सोच रोजगार बढ़ाने और स्वदेशी अपनाकर आत्मनिर्भर भारत बनाने की है। महात्मा गांधी के स्वदेशी के मूलमंत्र को लेकर आगे बढ़ाकर कार्य किया जा रहा है। हमारा इंपोर्ट घटे और एक्पोर्ट बढ़े। इसी अवधारणा के साथ हमारी सरकार कार्य कर रही है। सरदार वल्लभ भाई पटेल का व्यक्तित्व सरल और प्रभावशाली था। सरदार पटेल अगर प्रधानमंत्री होते तो देश की दशा अलग होती, चीन-अमेरिका पीछे होते और हमारा देश आगे होता। कोई कल्पना नहीं कर सकता कि उन्होंने 562 रियासतों को एक करने का काम किया। भोपाल-हैदराबाद को भी एक किया, जिनकी भारतीय विचारधारा में कोई रुचि नहीं थी, उन्हें भी एक करने का काम किया। ऐसे व्यक्तित्व को कांग्रेस ने 50 साल तक दबाकर रखा। नेहरू परिवार ने आगे बढ़ने नहीं दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को आगे लाकर चेताने का काम किया कि अगर गांधी जी के साथ इस देश की नींव किसी ने रखी तो उसका नाम सरदार वल्लभ भाई पटेल था, नेहरू-गांधी परिवार ने नहीं रखी। सरदार वल्लभ पटेल की सोच यात्राओं, कार्यशालाओं के माध्यम से घर-घर तक पहुंचना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर