चांदी की चमक से सर्राफा बाजार हैरान, चेन्नई और हैदराबाद में चांदी 2.07 लाख रुपये के स्तर पर

युगवार्ता    15-Oct-2025
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चेन्नई और हैदराबाद में चांदी 2.07 लाख रुपये के स्तर पर पहुंची


नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (हि.स.)। सर्राफा बाजार में सोना और चांदी ने अपनी रफ्तार से सबको हैरान कर दिया है। खासकर, चांदी के भाव में आए उछला ने मार्केट एक्सपर्ट्स को भी हैरान कर दिया है। आज इस चमकीली धातु की कीमत हैदराबाद और चेन्नई में 2 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर गई। दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी 1,90,000 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर बनी हुई है।

इसके पहले आज दिल्ली में चांदी ने 1,89,100 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। इसी तरह चेन्नई और हैदराबाद में चांदी की शुरुआत 1,96,700 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर से हुआ थी। दोपहर बाद चांदी की कीमत में तेजी का रुख बन गया। इस तेजी के साथ ही चांदी ने एक बार फिर मजबूती का एक नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। चेन्नई और हैदराबाद में चांदी की कीमत एक ही दिन में 10 हजार रुपये से अधिक की छलांग लगाकर 2,07,000 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई।

चेन्नई और हैदराबाद के अलावा दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता, गुरुग्राम, लखनऊ, गाजियाबाद, जयपुर, पटना और भुवनेश्वर में चांदी शाम 6 बजे तक का कारोबार होने के बाद 1,90,000 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंची हुई थी। दूसरी ओर, बेंगलुरु में चांदी की कीमत 1,93,700 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंची हुई है।

जानकारों का कहना है कि धनतेरस और दीपावली के पहले सर्राफा बाजार में जबरदस्त खरीदारी का रुख बना हुआ है। त्योहार और शादी विवाह के सीजन की जोरदार मांग के कारण चांदी रोज मजबूती का नया रिकॉर्ड बना रही है। खासकर गहने बेचने वाले रिटेल ज्वेलर्स की डिमांड ने सर्राफा बाजार में चांदी और सोने जैसे चमकीली धातुओं की कीमत को काफी तेज कर दिया है।

बुलियन मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन का कहना है कि भारत में त्योहारी और शादी विवाह का सीजन होने के साथ ही इंडस्ट्रियल सेक्टर में चांदी की बढ़ी हुई मांग ने भी इस चमकीली धातु की कीमत को और तेज कर दिया है। दुनिया भर में इलेक्ट्रॉनिक सामान का उत्पादन करने और सोलर पैनल बनाने में चांदी का काफी इस्तेमाल हो रहा है। इससे पूरी दुनिया में चांदी के भाव में जबरदस्त तेजी का रुख बन गया है।

मयंक मोहन के अनुसार कुछ समय पहले तक चांदी की मांग में गहनों (बर्तन और सिक्के समेत) का हिस्सा 70 प्रतिशत तक होता था, जबकि इंडस्ट्रियल सेक्टर में चांदी की मांग लगभग 30 प्रतिशत तक थी। हालांकि पिछले कुछ दिनों के दौरान इंडस्ट्रियल सेक्टर में चांदी की मांग काफी तेजी से बढ़ी है। फिलहाल चांदी की कुल मांग में लगभग दो तिहाई हिस्सा यानी 68 प्रतिशत हिस्सेदारी इंडस्ट्रियल सेक्टर की हो गई है। इसकी वजह से भी इस चमकीली धातु की कीमत सोने के मुकाबले तुलनात्मक रूप से अधिक बढ़ी है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमत फिलहाल 60 डॉलर प्रति औंस के स्तर के करीब पहुंच गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई तेजी का असर भारत के सर्राफा बाजारों में भी साफ-साफ नजर आ रहा है, जिसके कारण फिलहाल घरेलू सर्राफा बाजार में भी चांदी के भाव रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि धनतेरस और दीपावली तक इस चमकीली धातु की चमक में और भी अधिक इजाफा हो सकता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

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