काहिरा/तेल अवीव, 17 अक्टूबर (हि.स.)।
इजरायल ने गुरुवार को कहा कि वह गाजा पट्टी की रफाह सीमा को मिस्र के साथ फिर से खोलने की तैयारी कर रहा है, ताकि फिलिस्तीनियों को आवाजाही की अनुमति मिल सके। हालांकि उसने इसके लिए कोई निर्धारित तारीख व समय तय नहीं किया है।
इस बीच युद्धविराम की शर्तों के उल्लंघन पर इजरायल और हमास के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है।
खबराें के मुताबिक हमास द्वारा बंधकों के शवों की वापसी को लेकर विवाद बढ़ रहा है जिससे युद्ध विराम पटरी से उतार सकता है। इजरायल ने हमास से 28 मृत बंधकों के शव सौंपने की मांग की है। हमास का कहना है कि उसने 10 शव सौंप दिए, लेकिन इजरायल का कहना है कि उनमें से एक शव इजराइली बंधक का नहीं है।
इस बीच गुरुवार को गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल ने 30 और फिलिस्तीनी शव सौंपे, जिससे सोमवार से अब तक साैंपे गए कुल शवाें की संख्या 120 हो गई है। उधर हमास के सशस्त्र विंग ने कहा है कि अनेक बंधकों के शव उन बिल्डिंग्स के नीचे दबे हुए हैं जो इसरायली बमबारी में ध्वस्त हो गईं। इन शवों को निकालने के लिए भारी मशीनरी और खुदाई उपकरणों की जरूरत है।
एक वरिष्ठ हमास अधिकारी ने इजरायल पर युद्धविराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इजराइली सुरक्षाबलाें ने अब तक 24 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी है। उन्होंने मध्यस्थों को उल्लंघन की बाबत एक सूची भी सौंपी।
इजराइल ने हमास के इन आरोपों पर तत्काल प्रतिक्रिया नहीं दी। उसका कहना है कि कुछ फिलिस्तीनी चेतावनी की अवहेलना कर इजराइली चौकियों के पास पहुंच गए थे, जिसके जवाब में गोलीबारी की गई।
युद्धविराम समझाैते की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना के अगले चरण में हमास द्वारा हथियार डालना और सत्ता छोड़ने का प्रावधान है, जिसे हमास ने अस्वीकार कर दिया है।
खबराें के मुताबिक हमास ने इजरायली सेना द्वारा खाली किए गए शहरी इलाकों में अभियान चलाया। इस दाैरान उसके और स्थानीय सशस्त्र कबीलों के बीच झड़पाें की खबरे मिल रही हैंं।
इस बीच इजराइल की सैन्य सहायता एजेंसी कोगाट ने कहा कि रफाह क्रॉसिंग केवल नागरिकाें के लिए खुलेगी, मानवीय सहायता के लिए नहीं। सभी मानवीय सामग्री केरेम शालोम से गुजरेगी। उल्लेखनीय है कि
गाजा के कुछ हिस्सों में खाद्य पदार्थ और पानी के बिना अकाल जैसी स्थिति बनी है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के महासचिव टॉम फ्लेचर ने कहा कि युद्ध विराम के बाद हजारों वाहनों से राहत सामग्री गाजा भेजी जा रही है। हालांकि लाखों बेघर लोगों के लिए सामग्री और चिकित्सा सहायता अभी भी नाकाफी है। हमास के मीडिया विभाग के प्रमुख इस्माइल एल थवाब्ता ने सहायता सामग्री को समुद्र में पानी की एक बूंद के बराबर बताया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल