नेपाल के प्रधानमंत्री ने विदेशी राजदूतों को बुलाकर समय पर निर्वाचन संपन्न कराने में मदद की अपील की

युगवार्ता    17-Oct-2025
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विदेशी राजदूतों को संबोधित करती प्रधानमंत्री सुशीला कार्की


काठमांडू, 17 अक्टूबर (हि.स.)। नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने छह महीने के भीतर संसदीय चुनाव कराने और शांतिपूर्वक निर्वाचित सरकार को सत्ता हस्तांतरित करने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए इसमें सभी कूटनीतिक नियोग से सहयोग की अपील की है।

विदेश मंत्रालय में आयोजित एक राजनयिक ब्रीफिंग में बोलते हुए, प्रधानमंत्री कार्की ने कहा कि अंतरिम सरकार का एकमात्र ध्यान 5 मार्च, 2026 को प्रतिनिधि सभा के लिए स्वतंत्र, निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव कराने पर है। उन्होंने कहा कि चुनाव संपन्न करने में काठमांडू स्थित विदेशी नियोग की भूमिका महत्वपूर्ण रहने वाली है।

पीएम कार्की ने कहा, सरकार सहित सभी राज्य तंत्र विश्वसनीय चुनावों के लिए आवश्यक सुरक्षा, कानूनी ढांचे और रसद प्रबंधन सुनिश्चित करने पर केंद्रित हैं। उन्होंने कहा, हम चुनाव आयोग को मजबूत कर रहे हैं, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा रहे हैं और सभी राजनीतिक दलों, हितधारकों और जेन-जी प्रतिनिधियों के साथ निरंतर बातचीत कर रहे हैं।

उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता आंतरिक स्थिरता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना है। कार्की ने कहा कि बहुदलीय लोकतंत्र हमारी राजनीतिक प्रणाली की आधारशिला है और लोकतांत्रिक मूल्यों तथा मानदंडों के प्रति प्रतिबद्धता ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।

प्रधानमंत्री कार्की ने यह भी साझा किया कि सरकार अस्थायी रूप से विदेश में रहने वाले नेपाली नागरिकों के चुनावी अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए बाहरी मतदान तंत्र शुरू करने की संभावना तलाश रही है। उन्होंने कहा इसे पूरा करने में सभी देशों के राजदूतावास से सहयोग की अपेक्षा है।

उन्होंने पारदर्शिता बनाए रखने में अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की भूमिका का स्वागत करते हुए कहा कि पिछले चुनावों की तरह सरकार इस महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक अभ्यास के दौरान अंतरराष्ट्रीय समर्थन और सद्भावना को महत्व देती है।

प्रधानमंत्री कार्की ने राजनयिकों को सूचित किया कि स्थानीय समुदायों ने क्षतिग्रस्त पुलिस चौकियों की मरम्मत शुरू कर दी है, और खोए हुए या चोरी हुए हथियारों और उपकरणों को पुनर्प्राप्त करने के प्रयास चल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जेन-जी आंदोलन ने पूरे समाज में सामूहिक जिम्मेदारी की एक मजबूत भावना पैदा की है। कार्की ने कहा यह आंदोलन सुशासन, आर्थिक अवसर और सार्वजनिक जीवन में अखंडता के लिए लोगों की गहरी इच्छा को दर्शाता है।

विदेशी राजदूतों को संबोधित करते हुए कार्की ने कहा यह सार्वजनिक विश्वास को बहाल करने, लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत करने और शासन प्रणाली को अधिक पारदर्शिता और सार्वजनिक सेवा की ओर स्थानांतरित करने का सही समय है।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास

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