कीव/ब्रसेल्स, 02 अक्टूबर (हि.स.)। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन ने यूरोपीय देशों से एकजुट होकर रूस के खिलाफ ठोस कदम उठाने की अपील की है।
जेलेंस्की ने कहा कि रूस लगातार “विनाशकारी कदम” बढ़ा रहा है और यूरोप की सुरक्षा के लिए अब राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाना जरूरी है, रूस से रिश्ते तोड़ने का समय आ गया है। उन्होंने जोर देकर कहा, “सच्ची सुरक्षा केवल संयुक्त कार्रवाई और एकजुट प्रयासों से सुनिश्चित हो सकती है। किसी को इस खतरे के सामने अकेला नहीं छोड़ा जाना चाहिए।”
जेलेंस्की ने हंगरी और स्लोवाकिया जैसी देशों पर दबाव डाला कि वे रूस से ऊर्जा आयात बंद करें। उनका कहना था, “रूस के साथ किसी भी प्रकार का संबंध आपके खिलाफ इस्तेमाल किया जा सकता है। जितने कम संबंध होंगे, जीवन उतना ही सुरक्षित होगा।”
डेनमार्क की फ्रेडरिकसेन ने भी यूरोपीय नेताओं को चेताया कि रूस यूरोप के लिए बढ़ता खतरा है। उन्होंने कहा, “हाल ही में हमने देखा है कि रूस ने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन, हाइब्रिड हमले, सीमाओं पर प्रवासियों को धकेलना, चुनावों में दखल और साइबर हमले बढ़ा दिए हैं। रूस हमें आज पहले से कहीं अधिक परख रहा है। हमें एकजुट और मजबूत खड़ा होना होगा।”
फ्रेडरिकसेन ने आगे कहा कि यूरोप को यूक्रेन को हथियार और कड़े प्रतिबंधों के जरिए समर्थन बढ़ाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया, “हमारा लक्ष्य ऐसा यूरोप बनाना है कि उसके खिलाफ कोई युद्ध विकल्प न रख सके। यूक्रेन को भेजा गया हर यूरो, डॉलर या डेनिश क्राउन सीधे यूरोपीय सुरक्षा में निवेश है।”
जेलेंस्की ने अंत में यूरोपीय संघ से अपील की कि वह यूक्रेन और मोल्दोवा की सदस्यता प्रक्रिया को जल्द आगे बढ़ाए।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय