प्रधानमंत्री ने की ‘गुरु चरण यात्रा’ से जुड़ने की अपील, दिल्ली से पटना साहिब पहुंचेगा गुरु गोबिंद सिंह और माता साहिब कौर जी का पवित्र ‘जोड़ा साहिब’

युगवार्ता    22-Oct-2025
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गुरु चरण यात्रा का रूट मैप की फोटो


नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (हि.स.)। देशभर के श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक और भावनात्मक अवसर आने वाला है। श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज और माता साहिब कौर के पवित्र ‘जोड़ा साहिब’ को लेकर “गुरु चरण यात्रा” गुरुवार को दिल्ली स्थित गुरुद्वारा मोती बाग साहिब से पटना के तख्त श्री हरमंदिर साहिब के लिए रवाना होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस यात्रा से जुड़ने और जोड़ा साहिब के दर्शन करने की अपील की है।

प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी कामना है कि गुरु चरण यात्रा के साथ श्री गुरु गोबिंद सिंह और माता साहिब कौर के महान आदर्शों से देशवासियों का जुड़ाव और गहरा हो। यह यात्रा जहां-जहां से गुजरेगी, वहां के लोगों को पवित्र ‘जोड़ा साहिब’ के दर्शन करने अवश्य जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस यात्रा को गुरु परंपरा और देश की एकता के प्रतीक के रूप में वर्णित किया।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अनुसार, यह यात्रा 23 अक्टूबर को गुरुद्वारा मोती बाग साहिब से आरंभ होकर कई शहरों से होती हुई एक नवंबर को पटना स्थित तख्त श्री हरमंदिर साहिब पहुंचकर संपन्न होगी। यात्रा 23 अक्टूबर को दिल्ली से फरीदाबाद, 24 अक्टूबर को आगरा, 25 अक्टूबर को बरेली, 26 अक्टूबर को महंगापुर, 27 अक्टूबर को लखनऊ, 28 अक्टूबर को कानपुर, 29 अक्टूबर को प्रयागराज, 30 अक्टूबर को वाराणसी और 31 अक्टूबर को सासाराम होते हुए गुरुद्वारा गुरु का बाग, पटना साहिब पहुंचेगी। एक नवंबर की सुबह यात्रा का समापन तख्त श्री हरमंदिर साहिब, पटना में होगा। यात्रा के मार्ग में आने वाले शहरों में संगत द्वारा भव्य स्वागत, कीर्तन, शब्द गायन और नगर कीर्तन के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रत्येक स्थान पर श्रद्धालुओं को ‘जोड़ा साहिब’ के दर्शन का अवसर मिलेगा। डीएसजीएमसी ने बताया कि यात्रा के दौरान सुरक्षा और सुविधा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

हरदीप पुरी ने इस अवसर को अपने जीवन का अत्यंत भावुक क्षण बताया। उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा कि आज वे अत्यंत आह्लादित हैं और यह क्षण उनके लिए जीवन का सबसे पवित्र अनुभव है। उन्होंने लिखा कि पूरी संगत को एक ऐतिहासिक और पुण्य अवसर प्राप्त हो रहा है। दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह और माता साहिब कौर के पवित्र ‘जोड़ा साहिब’ की चरण सुहावी गुरु चरण यात्रा में देशभर के श्रद्धालु शामिल होकर गुरुओं के आशीर्वाद प्राप्त करें। उन्होंने बताया कि उनके परिवार को पिछले 300 वर्षों से इस पवित्र ‘जोड़ा साहिब’ की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त था। अब उनका परिवार इन पवित्र अवशेषों की अभिरक्षा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को सौंप रहा है ताकि संगत बड़े पैमाने पर दर्शन और सेवा कर सके।

केंद्रीय मंत्री पुरी ने बताया कि यात्रा के शुभारंभ से एक दिन पूर्व 22 अक्टूबर की शाम गुरुद्वारा मोती बाग साहिब में विशेष कीर्तन समागम का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने पवित्र ‘जोड़ा साहिब’ के दर्शन किए। इसके बाद यह पवित्र अवशेष “गुरु चरण यात्रा” के साथ रवाना होंगे और पटना पहुंचने पर तख्त श्री हरमंदिर साहिब में स्थायी रूप से स्थापित किए जाएंगे। पटना साहिब में जोड़ा साहिब को दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह के जन्मस्थान पर विराजमान किया जाएगा। यहां श्रद्धालु अपनी श्रद्धा अर्पित कर सकेंगे और गुरु साहिब के चरणों में नमन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।

एक नवंबर को पटना साहिब पहुंचने पर यात्रा का समापन विशेष दीवान और शब्द कीर्तन के साथ किया जाएगा। इस अवसर पर देश-विदेश से हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। पवित्र जोड़ा साहिब को तख्त श्री हरमंदिर साहिब में स्थायी रूप से विराजमान किया जाएगा ताकि भविष्य में आने वाली पीढ़ियां गुरुओं की इस धरोहर के दर्शन कर सकें। केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि यह यात्रा सेवा और समर्पण की परंपरा को आगे बढ़ाने का प्रतीक है। सेवा की भावना और संगत की एकता हमें गुरुओं की उस रौशनी से जोड़ती है जो सदियों से मानवता का मार्ग प्रशस्त करती आई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार

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