नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव के चुनावी वादों पर भारतीय जनता पार्टी ने तंज कसते हुए उन पर चुनावी प्रक्रिया का मखौल उड़ाने का आरोप लगाया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बिहार में चुनावी प्रक्रिया गतिमान है और महागठबंधन में आपस में छिड़ा घमासान है। घमासान इस सीमा तक है कि जो लोग मतदाता सूची सही न बना पाने का स्वांग रचकर भ्रम पैदा कर रहे थे, वो न अपने गठबंधन दलों की सूची फाइनल कर पाए हैं और न ही अपने प्रत्याशियों की सूची फाइनल कर पाए हैं।
न साझा घोषणा-पत्र बना पाए हैं और न ही साझा सीएम क्या, डिप्टी सीएम का भी निर्धारण नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं से विचलित और दिग्भ्रमित होकर तेजस्वी यादव अब वो सारी बातें करना शुरू कर दिए हैं जो न सिर्फ उनके दावों की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगाती है, बल्कि ऐसा लगता है कि चुनावी प्रक्रिया का मखौल उड़ाती है।
इन्हीं मुद्दों से परेशान होकर तेजस्वी अब पूरी चुनावी प्रक्रिया का मज़ाक उड़ाने वाले बयान देने लगे हैं।
डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि
पहले उन्होंने दावा किया था कि परिवार के हर सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी,
लेकिन मेरा मानना है कि कोई भी समझदार व्यक्ति इस वादे की बेतुकी बात समझ सकता है। बिहार की आबादी लगभग 13.5 करोड़ है। इस हिसाब से तो सिर्फ़ वेतन पर ही लगभग 29 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि बिहार का कुल बजट सिर्फ़ 3.17 लाख करोड़ रुपये है।
इससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि जब किसी नेता के पास उचित शिक्षा या समझ का अभाव होता है, तो वह किस तरह के अवास्तविक और भ्रामक बयान दे सकता है।
मुझे लगता है कि इन्हीं मुद्दों से परेशान होकर तेजस्वी अब पूरी चुनावी प्रक्रिया का मज़ाक उड़ाने वाले बयान देने लगे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी