
- मुख्यमंत्री ने दिल्लीवासियों संग मनाया महापर्व छठ, मंगोलपुरी, सोनिया विहार, वासुदेव घाट पर की पूजा-अर्चना
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली में छठ पूजा पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए यमुना नदी, नहरों के अलावा घाटों पर आज श्रद्धालुओं ने भव्य पूजा-अर्चना की। इस पर्व की सौम्यता, श्रद्धा, प्रकृति की पूजा और आस्था से अभिभूत मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शाम कई स्थलों पर महापर्व के कार्यक्रमों में शामिल हुईं और छठी मैया से दिल्लीवासियों की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी में पहली बार इतने भव्य व दिव्य रूप से यह महापर्व मनाया जा रहा है, जो राजधानी की सांस्कृतिक एकता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत मंगोलपुरी के छठ पार्क से की, जहां उन्होंने छठव्रतियों के साथ पूजा-अर्चना में भाग लिया और छठ मैया से आशीर्वाद लिया। इस कार्यक्रम में उनके साथ क्षेत्रीय सांसद योगेंद्र चंदोलिया, विधायक राजकुमार चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
इसके बाद मुख्यमंत्री यमुनापार स्थित सोनिया विहार पुश्ता पहुंचीं, वहां उन्होंने नांव में बैठकर पुश्ता से स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, राम घाट व श्याम घाट तक आयोजित छठ पर्व में भी सहभागिता की और संध्या अर्घ्य के अवसर पर सोनिया विहार के घाट पर दीपों की रोशनी और भक्ति गीतों के बीच सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित कर नमन किया और छठ व्रतियों के साथ पूजा में सम्मिलित हुईं।
अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को नमन करने के लिए अंतिम चरण में मुख्यमंत्री कश्मीरी गेट स्थित यमुना नदी के वासुदेव घाट पहुंचीं, जहां उन्होंने श्रद्धालुओं और उनके परिवारों के साथ छठ पर्व मनाया। इस अवसर पर वासुदेव घाट पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिनमें पारंपरिक लोकगीत, नृत्य और विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पेश की गईं।
मुख्यमंत्री ने कलाकारों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि ऐसे आयोजन दिल्ली की सांस्कृतिक विविधता और लोक परंपरा की आत्मा को सशक्त बनाते हैं। मुख्यमंत्री ने छठी मइया से दिल्लीवासियों की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की और कहा कि छठ महापर्व सूर्य देव और छठी मइया की आराधना का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने कहा कि छठ पर्व का नाम सुनते ही मन में आस्था, स्वच्छता, संस्कृति, लोकगीतों और भक्ति की छवियां उभर आती हैं। यह पर्व न केवल आत्मशुद्धि और अनुशासन का प्रतीक है, बल्कि मनुष्य और प्रकृति के बीच दिव्य संतुलन और कृतज्ञता का भी प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली सरकार की ओर से इस वर्ष विशेष तैयारी की गई। पल्ला से लेकर कालिंदी कुंज तक यमुना नदी के किनारे कुल 17 प्वाइंट पर मॉडल छठ घाटों का निर्माण किया गया है। इन घाटों पर टेंट, लाइट, स्वच्छता, पेयजल, शौचालय और मेडिकल सहायता जैसी सभी व्यवस्थाएं दिल्ली सरकार द्वारा सुनिश्चित की गई। दिल्ली सरकार इस पवित्र पर्व को श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और गरिमामय अनुभव बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इन कार्यक्रमों में सांसद मनोज तिवारी, दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा समेत कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव