

अमरावती, 28 अक्टूबर (हि.स.)। चक्रवाती तूफ़ान मोंथा तेज़ी से आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। शासन और प्रशासन
ने इससे उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बीच, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में मोंथा एक भीषण चक्रवाती तूफ़ान में बदल गया है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सभी दलों के नेताओं से राहत कार्यों में सरकार कासहयोग करने की अपील है।
चक्रवात मोंथा के मद्देनजर मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने गठबंधन के सांसदों, मंत्रियों और विधायकों के साथ वर्चुअली बैठक की और सभी से सहायता करने का आग्रह किया। उन्होंने सभी मंत्रियों, विधायकों और कार्यकर्ताओं से अपने चुनाव क्षेत्र में उपलब्ध रहने का अनुरोध किया। उन्होंने गठबंधन कार्यकर्ताओं से राहत कार्यों में भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हुआ, तो वे केंद्र से सहायता भी मांगेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य लोगों की जान बचाना और नुकसान कम करना है! उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार समय समय पर उनके संपर्क में है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं आश्वासन दिया है कि केंद्र सरकार राहत कार्य में अपनी पूरी सहयोग देगी। उन्होंने नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक सभी को जनता का सहयोग करने की सलाह दी।
मुख्यमंत्री ने कहा, चक्रवाती तूफान के आज रात मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच तट पार करने की संभावना है। मोबाइल फोन के माध्यम से तुरंत संदेश भेजे जा रहे हैं। अधिकारियों को फसलों को होने वाले नुकसान को रोकने के उपायों के बारे में सूचित कर दिया है। अचानक आई बाढ़ को देखते हुए एनडीआरएफ और एसटीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है।
तूफ़ान के मद्देनज़र सरकारी तंत्र सतर्क है। अधिकारियों ने अपने अधीनस्थ लोगों के साथ समन्वय तूफ़ान प्रभावित इलाकों में जरूरत के हिसाब से तुरंत राहत अभियान चलाने के लिए सभी तैयारियाँ कर ली हैं।
भीषण चक्रवाती तूफ़ान में बदला मोंथा
इस बीच मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में मोंथा एक भीषण चक्रवाती तूफ़ान में बदल गया है। तूफ़ान पिछले 6 घंटों में 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से आगे बढ़ा है। यह वर्तमान में मछलीपट्टनम से 160 किलोमीटर, काकीनाडा से 240 किलोमीटर और विशाखापट्टनम से 320 किलोमीटर दूर स्थित है। विभाग ने अनुमान जताया है कि चक्रवाती तूफान आज रात (मंगलवार) काकीनाडा और मछलीपट्टनम के बीच तट को पार कर सकता है। वर्तमान में चक्रवात के प्रभाव से विजयवाड़ा , विशाखापट्टनम, गुंटूर और तटीय आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है।
विजयवाड़ा में 41 पुनर्वास केंद्र स्थापित, लोगों को घरों में रहने की सलाह
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने आज दोपहर को बताया कि इस दौरान 90-110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चल सकती हैं। उन्होंने बताया कि तूफान के प्रभाव से आज श्रीकाकुलम से नेल्लोर तक भारी बारिश होने की संभावना है। कुछ जगहों पर बहुत तेज़ बारिश की भी संभावना है। प्रखर जैन ने लोगों को घर पर सुरक्षित रहने की सलाह दी है।
विजयवाड़ा नगर निगम के भीतर 41 पुनर्वास केंद्र स्थापित किए गए हैं। अधिकारियों ने पहाड़ियों पर रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया है। एनटीआर जिला कलेक्ट्रेट और विजयवाड़ा नगरपालिका मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।
अधिकारियों का अनुमान है कि आज शहर में राजधानी अमरावती में 16.2 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की जा सकती है। मौसम विभाग की चेतावनी के चलते विजयवाड़ा नगर निगम के अधिकारी सतर्क हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे आपात स्थिति को छोड़कर अपने घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने तीव्रता ज़्यादा होने पर दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने की अपील की है।
'
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव