मानुष शाह–दिया चितले ने रचा इतिहास, डब्ल्यूटीटी फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करने वाली बनी पहली भारतीय जोड़ी

युगवार्ता    29-Oct-2025
Total Views |
मानुष शाह और दिया चितले की जोड़ी


नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (हि.स.)।

भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मानुष शाह और दिया चितले की जोड़ी ने पहली बार डब्ल्यूटीटी फाइनल्स के लिए क्वालीफाई कर इतिहास रच दिया है।

नवीनतम डब्ल्यूटीटी सीरीज़ फाइनल्स रेस रैंकिंग के अनुसार मंगलवार को शाह–चितले की जोड़ी इस साल के अंत में होने वाले हांगकांग (चीन) में निर्धारित टूर्नामेंट (10 से 14 दिसंबर) के लिए जगह पक्की करने वाली पांचवीं मिश्रित युगल टीम बन गई।

डब्ल्यूटीटी स्टार कंटेंडर मस्कट (17 से 22 नवंबर) के बाद की फाइनल रेस रैंकिंग से सात सर्वश्रेष्ठ जोड़ियां सीधे क्वालीफाई करेंगी, जबकि आठवां स्थान मेज़बान देश के वाइल्डकार्ड जोड़ी को मिलेगा।

विश्व टेबल टेनिस महासंघ (आईटीटीएफ) की नवीनतम रैंकिंग में भारतीय जोड़ी आठवें स्थान पर है। इस सीज़न में उन्होंने कई शानदार प्रदर्शन किए हैं। अप्रैल में हुए डब्ल्यूटीटी कंटेंडर ट्यूनिस में उन्होंने जापान की मिवा हारिमोटो और सोरा मात्सुशिमा को फाइनल में हराकर खिताब जीता — जो उनका सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब रहा।

इसके बाद जुलाई में हुए यूएस स्मैश में उन्होंने जापान की सत्सुकी ओडो और कोरिया के ओह जुनसंग को मात दी, वहीं डब्ल्यूटीटी कंटेंडर ब्यूनस आयर्स में उन्होंने सत्सुकी ओडो और जापान के ही हीरोतो शिनोजुका को हराकर प्रभावशाली जीत दर्ज की।

गौरतलब है कि डब्ल्यूटीटी फाइनल्स की शुरुआत वर्ष 2021 में हुई थी। इस वर्ष भी प्रतियोगिता में पुरुष और महिला एकल वर्ग में 16-16 खिलाड़ी भाग लेंगे। कुल 13 लाख अमेरिकी डॉलर की इनामी राशि वाली इस प्रतियोगिता में इस बार पुरुष और महिला युगल की जगह मिश्रित युगल इवेंट को शामिल किया गया है।

मिश्रित युगल वर्ग में दो ग्रुप (प्रत्येक में चार जोड़ियां) बनाए जाएंगे। ग्रुप चरण के बाद सेमीफाइनल खेले जाएंगे और सभी मुकाबले बेस्ट ऑफ फाइव (5 गेम्स) प्रारूप में होंगे।

इस ऐतिहासिक अवसर पर दिया चितले ने एक बयान में कहा, “फाइनल्स जैसे बड़े टूर्नामेंट में खेलना अपने आप में बहुत बड़ा सम्मान है, और उससे भी बड़ा गर्व है कि हम पहले भारतीय हैं जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। यह पल सिर्फ हमारा नहीं है — यह भारतीय टेबल टेनिस की प्रगति का प्रतीक है। हम पूरी कोशिश करेंगे कि इसे यादगार बना सकें।”

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे

Tags