'आई लव मोहम्मद' बुरा नहीं, लेकिन 'सर तन से जुदा..' बर्दाश्त नहीं: पंडित धीरेंद्र शास्त्री

युगवार्ता    03-Oct-2025
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पंडित धीरेंद्र शास्त्री ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए


- पीओके के निवासियों से की अपील, कहा- भारत में 'घर वापसी' कर लें

ग्वालियर, 03 अक्टूबर (हि.स.)। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री ने 'आई लव मोहम्मद' कैंपेन को लेकर कहा है कि इसमें कोई बुराई नहीं है। 'आई लव महादेव जी' में भी कोई बुराई नहीं है। लेकिन 'सर तन से जुदा कर देंगे'... ये कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) (पीओके) के निवासियों से अपील की है कि वे भारत में 'घर वापसी' कर लें।

पंडित धीरेन्द्र शास्त्री शुक्रवार को ग्वालियर पहुंचे थे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आई लव मोहम्मद शब्द बुरा नहीं है, लेकिन सिर तन से जुदा का नारा कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। यह न केवल समाज में नफरत फैलाते हैं, बल्कि कानून की नजर में भी अपराध हैं। उन्होंने मांग की कि ऐसी गतिविधियों पर सरकारों को कड़ा एक्शन लेना चाहिए, ताकि समाज में शांति और धार्मिक सद्भाव कायम रह सके।

उन्होंने तमिलनाडु में भगवान राम के चित्र जलाए जाने को लेकर कहा कि राम के राष्ट्र में ये रावण के खानदान के लोग हैं। ऐसे लोगों पर वहां की सरकार भी कार्रवाई करे। उन लोगों को तो फांसी देना चाहिए। हम यह भगवान से प्रार्थना करते हैं। सबके अपने आराध्या होते हैं। किसी को भी किसी के आराध्य की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अधिकार नहीं है।

पीओके में चल रहे पाकिस्तान विरोधी आंदोलन पर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि भारत पाक अधिकृत जमीन लेकर रहेगा और यह सही समय है। उन्होंने पीओके वासियों से भारत में वापस आने का आह्वान करते हुए कहा कि पाकिस्तान अब पीओके को संभाल नहीं पा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी पाकिस्तान में बहुत बढ़िया हंगामा चल रहा है। हम वहां भी शांति की प्रार्थना हनुमान जी से कर रहे हैं और पाकिस्तान से कहेंगे यदि देश नहीं संभाल रहा है तो घर वापसी कर लीजिए।

बागेश्वर धाम में वीआईपी कल्चर बंद करने को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्ग संन्‍यासी बाबा ने हमें फटकार लगाई है और हमें सपना देकर आज्ञा दी है। बागेश्‍वर धाम में गरीबों, पीड़ा से परेशान लोगों का दुख दर्द दूर करने के लिए पहल होगी, वीवीआईपी कल्‍चर खत्‍म होगा। जो भी वीवीआईपी आएगा तो उसे कम से कम एक दिन का समय लेकर आना होगा। हम सबसे पहले धाम पर आने वाले भक्तों से मिलेंगे। धाम सभी भक्तों का है और इसका उद्देश्य समाज और सनातन संस्कृति की सेवा करना है। इसलिए धाम पर सभी श्रद्धालुओं को समान व्‍यवस्‍था मिलेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि “बागेश्वर धाम का दरवाजा सभी के लिए है. यहां हर भक्त का स्वागत होगा।

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भारत में नेपाल की तरह 'जेन-जी आंदोलन' की साजिश पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्यों को रोकने और हिंदुओं को जगाने के लिए वे पूरे देश में पदयात्राएं करते रहेंगे। उन्होंने हिंदू राष्ट्र बनाने के अपने संकल्प को दोहराते हुए बताया कि हिंदुओं को एकजुट करने के लिए दिल्ली से वृंदावन तक 150 किलोमीटर की 10 दिवसीय पदयात्रा 7 से 16 नवंबर तक आयोजित की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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