सोची (रूस), 3 अक्टूबर (हि.स.)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस-भारत हमेशा एक-दूसरे की संवेदनशीलता को ध्यान रखते आए हैं।दोनों देशों के बीच कभी कोई समस्या या किसी तरह का तनाव नहीं रहा।उन्होंने अपनी सरकार को भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने अमेरिकी दबावों के बावजूद भारत के रूस से तेल खरीद जारी रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ की।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने दिसंबर में प्रस्तावित अपने भारत दौरे से पहले महत्वपूर्ण बयान दिया है। गुरुवार शाम दक्षिण रूस के सोची स्थित काला सागर रिसॉर्ट में भारत सहित 140 देशों के सुरक्षा और भू-राजनीतिक विशेषज्ञों के वलदाई डिस्कशन क्लब के पूर्ण अधिवेशन में रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस और भारत के बीच व्यापार असंतुलन कम करने की जरूरत है।उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व शैली की सराहना करते हुए कहा कि भारत ने अमेरिकी दबावों के बीच रूस से तेल आयात जारी रखकर अपनी संप्रभुता को मजबूत किया है।
रूसी समाचार एजेंसी तास के मुताबिक राष्ट्रपति पुतिन ने रूस और भारत के बीच आर्थिक सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि दोनों देशों को सभी उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने के लिए कुछ निश्चित दिशा में काम करने की जरूरत है। पुतिन ने कहा कि दोनों देशों के बीच लगभग 63 अरब डॉलर का व्यापार है जबकि बेलारूस में यह 50 अरब डॉलर है। साफ है कि यह दोनों देशों के संभावित अवसरों के अनुरूप नहीं है। हमें अपने अवसरों का लाभ उठाने के लिए सभी प्रकार की बाधाओं को हल करने की आवश्यकता है।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस, भारत से और अधिक कृषि उत्पाद और दवाइयाँ खरीद सकता है।भारत से और अधिक कृषि उत्पाद खरीदे जा सकते हैं। औषधीय उत्पादों और फार्मास्यूटिकल्स के क्षेत्र में हमारी ओर से कुछ कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने रूसी सरकार को भारतीय समकक्षों को सहयोग के सबसे बेहतर क्षेत्रों और व्यापार व अन्य क्षेत्रों में असंतुलन को कम करने के तरीकों पर विचार करने का निर्देश दिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव पाश