
देहरादून, 30 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट में दो दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को दूनागिरी की पवित्र वादियों में स्थित महावतार बाबा की गुफा में ध्यान लगाया।
इससे पहले पांडवखोली के निकट घने जंगलों के बीच स्थित इस ऐतिहासिक गुफा तक पहुंचने के लिए पूर्व
राष्ट्रपति कोविंद ने लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी खड़ी चढ़ाई एक डोली के माध्यम से पार की। गुफा पहुंचने से पहले काेविंद ने स्मृति भवन में लगभग आधा घंटा व्यतीत किया, जहां उन्होंने योगदा आश्रम के संन्यासियों से महावतार बाबा, लाहिड़ी महाशय, युक्तेश्वर गिरी और परमहंस योगानंद जैसे महान संतों के जीवन और उपदेशों के साथ क्रिया योग बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। पूर्व राष्ट्रपति ने महावतार बाबा की गुफा में ध्यान लगाया। करीब तीन घंटे चली इस अध्यात्मिक यात्रा के बाद उन्होंने इस अनुभव को अद्भुत और आत्मशांति प्रदान करने वाला बताया। उन्हाेंने कहा कि वे पुनः बाबा के दरबार में आने की इच्छा रखते हैं। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनज़र बड़ी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी और दिव्य प्रेम सेवा मिशन के आशीष गौतम भी उपस्थित रहे।
महावतार बाबा की गुफा की यात्रा से पहले पूर्व राष्ट्रपति का काफिला रतखाल गांव पहुंचा तो वहां की ग्रामीण महिलाओं ने पारंपरिक परिधान पिछोड़ा पहन उनका फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया।
हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल