
पटना, 30 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार के युवा दुनियाभर में अपना खून-पसीना बहाकर इंफ्रास्ट्रक्चर बनाते हैं, तो इस ऊर्जा और क्षमता का उपयोग बिहार को बनाने में क्यों नहीं किया जा सकता? बिहार की बदहाल स्थिति के लिए पिछले 20 वर्षों से शासन कर रही जदयू-भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। यह बातें लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार काे बिहार चुनाव प्रचार के दौरान नालंदा में आयोजित एक विशाल जनसभा में कही।
राहुल गांधी ने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम का उल्लेख करते हुए कहा कि 1971 में अमेरिका ने अपनी नौसेना का सातवां बेड़ा भेजा था, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने साफ कह दिया था कि वह डरती नहीं हैं। उन्होंने नालंदा के ऐतिहासिक महत्व को याद दिलाते हुए कहा कि एक समय नालंदा विश्वविद्यालय में विदेशों से लोग पढ़ने आते थे, लेकिन आज बिहार की पहचान पेपर लीक से जुड़ गई है। पिछले 20 सालों से भाजपा-जदयू ने बिहार के युवाओं से हर अवसर, हर उम्मीद छीन कर उन्हें या तो मजबूर बनाया है या मजदूर।
जनसभा में उमड़े भारी जनसैलाब के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 साल के विकास के दावे पर सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि बिहार की स्थिति बदहाल है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार की सरकार नहीं चला रहे हैं, बल्कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह द्वारा उसे चलाया जा रहा है। मोदी जो बटन दबाते हैं, नीतीश वही चैनल चालू कर देते हैं।
राहुल गांधी ने जनता को आगाह किया कि भाजपा-आरएसएस संविधान को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वोट चोरी करके ही भाजपा हरियाणा और महाराष्ट्र का चुनाव जीती थी और अब उसी तरह बिहार में भी वोट चोरी की कोशिश करेगी, जिसे हर युवा को पोलिंग बूथ पर रोकना होगा। उन्होंने महागठबंधन के उम्मीदवारों को भारी मतों से जिताने की अपील करते हुए कहा कि उनकी सरकार बनने पर बिहार एक बार फिर शिक्षा और रोजगार का केंद्र बनेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी