
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर शुक्रवार को दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित रन फॉर यूनिटी (एकता दौड़) का केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुभारंभ किया। गृह मंत्री के साथ सभी ने “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के संकल्प को दोहराते हुए एकता और अखंडता की शपथ ली। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, डॉ. मनसुख मांडविया, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, सांसद बांसुरी स्वराज, दिल्ली के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह एवं मनजिंदर सिंह सिरसा मौजूद रहे।
इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि भारत की आजादी और उसके मानचित्र के निर्माण में सरदार पटेल की बहुत बड़ी भूमिका रही। लक्षद्वीप आज भारत का हिस्सा है, उसमें सरदार पटेल का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि उस समय की कांग्रेस सरकार ने सरदार पटेल को उचित सम्मान नहीं दिया। सरदार पटेल को भारत रत्न देने में 41 साल लग गए। उनके कामों के सम्मान देने के लिए कोई स्मारक नहीं बनाया, जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने संकल्प किया कि सरदार पटेल का ऐसा स्मारक बनाएंगे, जिसको दुनिया देखती रह जाएंगी। नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का शिलान्यास किया।
अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल ने रियासतों का एकीकरण कर देश की एकता और सुरक्षा को सुदृढ़ बनाया और किसानों, पिछड़ों और वंचितों को सहकारिता से जोड़कर देश को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर किया। उनका दृढ़ विश्वास था कि देश के विकास की धुरी किसानों की समृद्धि में निहित है। वे आजीवन किसानों के कल्याण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित रहे। सरदार साहब ने जिस न्यायप्रधान और एकता के सूत्र में बंधे राष्ट्र का निर्माण किया, उसकी रक्षा करना हर एक राष्ट्रभक्त का दायित्व है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि रन फॉर यूनिटी उस विचार का प्रतीक है जिसने लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के नेतृत्व में बिखरे भूभागों को एक सूत्र में जोड़ा और अखंड भारत का स्वरूप रचा। सरदार पटेल का जीवन हमें यह प्रेरणा देता है कि एकता ही राष्ट्र की शक्ति है और वही भारत की पहचान है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव