
वाशिंगटन, 31 अक्टूबर (हि.स.)। कैरिबियाई द्वीपों पर तूफान 'मेलिसा' के कारण जानमाल काे हुए भारी नुकसान में अब तक 50 से ज्यादा लोगों की माैत की खबर हैै। यह तूफान अटलांटिक के सबसे तेज तूफानों में से एक था।
खबराें के मुताबिक मेलिसा की चपेट में आए हैती में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। वहां 30 लोग मारे गए जबकि 20 अन्य लापता हैं। पेटीट-गोएव शहर में नदी का बांध टूटने से 23 लोग डूब गए, जिनमें 10 बच्चे शामिल थे। यह शहर राजधानी से 40 मील दूर है। राहत एवं बचाव कार्य में लगें लाेगाें के मुताबिक मृतकाें की संख्या बढ़ने की आशंका है।
इस बीच जमैका में इसके कारण 19 व्यक्तियाें की माैत हाे गई है जबकि डोमिनिकन गणराज्य में 2 लोग मारे गए। हालांकि क्यूबा में तूफान में मरने वालें लाेगाें की संख्या के बारे में अभी काेई जानकारी नहीं है, लेकिन वहां भारी बारिश से सैकड़ों गांवाें का एक दूसरे से संपर्क टूट गया है।
तूफान के कारण तेज हवाओं से बिजली आपूर्ति बिलकुल ठप है और लाखों लोग अंधेरे में रहने काे विवश हैं। लगभग समूचे द्वीप समूह के विभिन्न देशाें में घर क्षतिग्रस्त हैं, सड़कें अवरुद्ध हैं और तूफान के कारण हुई बारिश में विस्तृत क्षेत्र जलमग्न हैं। जमैका के 6 जिलों में 170 से ज्यादा गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। क्यूबा में 200 से ज्यादा जगहों का बाढ़ और भूस्खलन के कारण संपर्क टूटा हुआ है। हैती में हजारों लोग अस्थायी आश्रयों में रहने को विवश हैं।
खबराें के मुताबिक बचाव दल लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन बिजली न होने और सड़कों के बंद होने से इसमें बाधा आ रही है। जमैका में मृतकाें के शवाें काे हेलीकॉप्टर की मदद से बरामद किया जा रहा है। क्यूबा के कई गांव अभी भी अलग-थलग हैं।
इस बीच जमैका की शिक्षा मंत्री डाना डिक्सन ने कहा, “तूफान ने पूरे जमैका को 'ताेड़-मराेड़' कर रख दिया है, लेकिन हम मजबूत हैं। हम हर जमैकावासी तक पहुंचेंगे और मदद देंगे।”
इस बीच सूत्राें ने बताया कि यह तूफान अब बरमूडा से दूर जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल