
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)।
जनजातीय कार्य मंत्रालय ने 1 से 15 नवम्बर तक “जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा” के आयोजन की घोषणा की है। यह कार्यक्रम “जनजातीय गौरव वर्ष” के भव्य समापन के साथ-साथ धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में देशभर में मनाया जाएगा।
दो सप्ताह तक चलने वाले इस उत्सव का आयोजन पूरे देश में जनजातीय अनुसंधान संस्थानों , एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों, ट्राइफेड और एनएसटीएफडीसी के संयुक्त प्रयासों से किया जाएगा। इन आयोजनों के माध्यम से भारत की समृद्ध जनजातीय विरासत, संस्कृति, और स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय नायकों के योगदान को रेखांकित किया जाएगा।
शुक्रवार को जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा के माध्यम से पीएम जनमन योजना, आदि कर्मयोगी अभियान, राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन, तथा विभिन्न आजीविका एवं उद्यमिता कार्यक्रमों के तहत हुई प्रगति का उत्सव मनाया जाएगा।
जनजातीय गौरव दिवस (15 नवम्बर 2025) की पूर्व संध्या तक देशभर के राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेशों में जनजातीय संस्कृति, धरोहर और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाले विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं — जैसे ट्राइबल फ्रेम्स फिल्म फेस्टिवल (मणिपुर), शहीद वीर नारायण सिंह लोक कला महोत्सव (छत्तीसगढ़), ट्राइबल मेला (अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह), जनजातीय गौरव यात्रा (गुजरात), आदि खेल दिवस (उत्तराखंड) और महासम्मेलन (गोवा) आदि। ये सभी आयोजन भगवान बिरसा मुंडा की प्रेरक विरासत को समर्पित हैं और जनजातीय गौरव वर्ष की भावना को साकार करते हैं।
पखवाड़े के दौरान देशभर में सांस्कृतिक उत्सव, प्रदर्शनियां, युवा सहभागिता कार्यक्रम और जनजागरूकता अभियान आयोजित किए जाएंगे, जिनका समापन 15 नवम्बर 2025 को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में होगा। इस दिन राष्ट्रभर में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी, जिनके साहस और बलिदान ने भारत के जनजातीय स्वतंत्रता आंदोलन को प्रज्वलित किया और जो आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी