-केंद्रीय गृहमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर 10 बजे से 4 बजे तक जगदलपुर शहर को किया गया नो ड्रोन फ्लाइंग जोन घोषित-एयरपोर्ट से सीधे पहुंचे मां दंतेश्वरी मंदिर, पूजा-अर्चना कर देश की सुख-समृद्धि की कामना कीजगदलपुर, 04 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर दशहरा उत्सव के मुरिया दरबार रस्म में शामिल हुए।इसके पूर्व जगदलपुर पहुंचने पर केन्द्रीय गृहमंत्री का मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक किरण देव ने उनका स्वागत अभिनन्दन किया। इसके बाद अमित शाह ने सीधे मां दंतेश्वरी मंदिर पहुंचकर पूजन किया और फिर दशहरा के मुरिया दरबार रस्म में शामिल हुए।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एयरपोर्ट से सीधे मां दंतेश्वरी मंदिर पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना कर देश की सुख समृद्धि की कामना का आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद सिरहासार भवन में आयोजित रियासत कालीन बस्तर दशहरा उत्सव के मुरिया दरबार की रस्म में शामिल हुए। यह पहला अवसर है, जब देश का कोई केंद्रीय गृहमंत्री इस ऐतिहासिक मुरिया दरबार में शिरकत किया है। कार्यक्रम के तहत अमित शाह मांझी, चालकी, मेंबर और मेंबरीन समुदायों से सीधे संवाद करेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर प्रवास पर के दौरान उनकी सुरक्षा के मद्देनजर सुबह 10 बजे से 4 बजे तक जगदलपुर शहर को नो ड्रोन फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक किरण देव ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह देश के पहले गृहमंत्री हैं, जो बस्तर दशहरा के मुरिया दरबार में भाग लेंगे। पहले यह परंपरा केवल राज्य के मुख्यमंत्री तक सीमित थी, लेकिन इस बार केंद्रीय गृहमंत्री स्तर पर यह गौरव बस्तर को मिला है। रियासत काल में बस्तर दशहरा के बाद मुरिया दरबार के माध्यम से बस्तर के महाराजा सीधे जनता की समस्याएं सुनते रहे हैं और तत्काल समाधान की दिशा में कदम उठाए जाते थे।
रियासत कालीन बस्तर दशहरा उत्सव के मुरिया दरबार की रस्म में शामिल हाेने के बाद अमित शाह लालबाग मैदान में आयोजित स्वदेशी मेला कार्यक्रम में भी शामिल हाेंगे, जहां वे आम जनता को संबोधित करेंगे और बस्तर क्षेत्र में विकास, आत्मनिर्भरता और सुरक्षा से जुड़े विषयों पर अपने विचार रखेंगे। बस्तर दशहरा का यह पर्व केवल धार्मिक परंपराओं के निर्वहन का ही नहीं, बल्कि जनसंवाद, एकता का भी प्रतीक है। अमित शाह की उपस्थिति इस ऐतिहासिक उत्सव बस्तर दशहरा को नई पहचान देने जा रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे