नोट-इंट्रो की प्रथम पंक्ति में शुक्रवार की जगह शनिवार किया गया है।
पटना, 4 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधु, चुनाव आयुक्त डॉ. विवेक जोशी, बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल और आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बिहार के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ चर्चा सफलतापूर्वक संपन्न हुई।
बैठक के बाद चुनाव आयोग ने कहा कि राजनीतिक दल जनतंत्र की आधारशिला हैं, सभी दलों को पारदर्शी चुनावी प्रक्रिया के हर पड़ाव पर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। आयोग ने कहा कि चुनाव के पर्व को सौहार्द से मनायें, मतदाताओं का सम्मान करें । आयोग ने आह्वान किया कि चुनाव की पारदर्शिता का अनुभव करें, हर बूथ पर राजनीतिक दल अपने पोलिंग एजेंट नामित करना न भूलें।
चुनाव आयोग ने कहा कि तमाम राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग के मतदाता सूची को शुद्ध करने के लिये विशेष मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) के ऐतिहासिक, पारदर्शी और दृढ़ कदम उठाने के लिये धन्यवाद किया और चुनावी प्रक्रिया के प्रति अपनी पूरी निष्ठा और विश्वास को दोहराया। राजनीतिक दलों ने मतदान केंद्र पर 1,200 मतदाताओं की अधिकतम संख्या निर्धारित करने के लिये आयोग का धन्यवाद किया। राजनीतिक दलों ने बिहार के मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिये छठ पर्व के तुरंत बाद चुनाव कराने की मांग की और चुनाव को कम से कम चरणों में कराने का सुझाव दिया है।
चुनाव आयोग की ओर से हाल ही में उठाए गए कई नए कदमों, जैसे पोस्टल वोटों की गिनती एवं फॉर्म 17सी संबंधी प्रावधानों की व्यापक सराहना की गई । सभी दलों ने चुनाव आयोग पर अपना पूर्ण विश्वास व्यक्त किया तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष और पूर्णत: पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग में पूरा विश्वास जताया।
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हिन्दुस्थान समाचार