नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (हि.स.)। कांग्रेस ने देश में बढ़ती आर्थिक असमानता का दावा करते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार की नीतियों ने धन को कुछ चुनिंदा हाथों में केंद्रित कर दिया है, जिससे लोकतंत्र की आत्मा पर सीधा असर पड़ रहा है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पोस्ट में कहा कि एक तरफ करोड़ों भारतीय रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं सिर्फ 1687 लोगों के पास देश की आधी संपत्ति केंद्रित है। सत्ता के गठजोड़ से कुछ उद्योगपति लगातार अमीर होते जा रहे हैं, जबकि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाला एमएसएमई क्षेत्र अभूतपूर्व दबाव में है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आम लोगों की कमाई के अवसर घट रहे हैं, महंगाई और कर्ज का बोझ बढ़ रहा है, जबकि शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर निवेश लगातार घटता जा रहा है। उन्होंने मनरेगा में वेतन संकट और श्रमिकों को समय पर भुगतान न होने को इस असमान नीति का उदाहरण बताया।
रमेश ने कहा कि अगर यह प्रवृत्ति जारी रही तो भारत भी उन देशों की कतार में शामिल हो जाएगा, जहां आर्थिक असमानता और कमजोर लोकतांत्रिक संस्थाएं राजनीतिक अराजकता को जन्म देती हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर