उद्योग स्थापना के लिए मध्य प्रदेश बन चुका है देश का आइडियल डेस्टिनेशन: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

युगवार्ता    05-Oct-2025
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गुवाहाटी में 'इन्टरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अर्पोच्यूनिटीज इन मध्य प्रदेश' को संबोधित करते हुए


गुवाहाटी में 'इन्टरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अर्पोच्यूनिटीज इन मध्य प्रदेश' का शुभारंभ


- मुख्यमंत्री ने असम के उद्योगपतियों और निवेशकों को मध्य प्रदेश में निवेश के लिए किया आमंत्रित

भोपाल, 05 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश ह्रदय प्रदेश होने के साथ आज देश का सबसे उपयुक्त निवेश प्रदेश है। मध्य प्रदेश की देश में केंद्रीय स्थिति, भरपूर बिजली-पानी, कुशल श्रमशक्ति और उत्कृष्ट लॉजिस्टिक्स सुविधाओं से हमारा राज्य उद्योग स्थापना के लिए देश का आइडियल डेस्टिनेशन बन चुका है। मध्य प्रदेश की देश के प्रमुख शहरों से बेहतरीन कनेक्टिविटी भी निवेशकों को अतिरिक्त लाभ देती है। मध्य प्रदेश में निवेश हर मायने में फायदे का सौदा है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को गुवाहाटी के एक निजी होटल में 'इन्टरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अर्पोच्यूनिटीज इन मध्य प्रदेश' में असम राज्य के उद्योगपतियों और निवेशकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, देश का दिल है। नदियों के मायके और बाघों की सहज दृश्यता वाली ये वो पवित्र धरती है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण ने अपना बचपन बिताया और शिक्षा-दीक्षा भी प्राप्त की। मध्य प्रदेश और असम का 5 हजार साल पुराना संबंध है। इतिहास में श्रीकृष्ण और माता रूक्मणी प्रसंग में मध्य प्रदेश और असम आपस में जुड़े हैं। बावन शक्तिपीठों में से एक देवी कामाख्या शक्तिपीठ असम की धरती पर है और मध्य प्रदेश में कालों के काल बाबा महाकाल विराजमान हैं।

उन्होंने असम राज्य के उद्योगपतियों और निवेशकों से आग्रह किया कि वे मध्य प्रदेश में उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाएं और यहां अपने उद्योग एवं निर्माण इकाइयां स्थापित करें। सरकार हर कदम पर निवेशकों को पूरा सहयोग और आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि निवेशक कोई रोजगार आधारित उद्योग लगाते हैं, तो हमारी सरकार बिजली, पानी, कनेक्टिविटी की सुविधा के साथ श्रमिकों के वेतन के लिए 5000 रुपये प्रति श्रमिक की सब्सिडी भी देगी।

पीएम मित्र पार्क में उद्योग लगाने किया आंमत्रित

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश के पहले और सबसे बड़े पीएम मित्र पार्क का भूमिपूजन मध्य प्रदेश की धरती पर 17 सितम्बर को किया जा चुका है। यह मेगा टेक्सटाइल पार्क निवेश के लिए एक अनूठा और सुनहरा अवसर है। निवेशक इस टेक्सटाइल पार्क में या मध्यप्रदेश के किसी भी अंचल में अपनी औद्योगिक इकाई स्थापित करना चाहें, तो हमारी सरकार इसमें सहयोगी और मददगार के रूप में साथ देगी।

मप्र और असम मिलकर कर सकते हैं कई सेक्टर में काम

उन्होंने असम राज्य का गौरव स्व. भूपेन हजारिका और सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक स्व. जुबीन गर्ग को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि असम एक ऐसा राज्य है, जो चाय के पत्ते-पत्ते को सोना बनाकर बेचता है। गुवाहाटी एक बेहद पवित्र नगरी है। नॉर्थ-ईस्ट हमारे लिए भारत को दुनिया से परिचित कराने का गौरवशाली गेट-वे है। मध्य प्रदेश और असम में काफी समानताएं हैं। हम मिलकर कई सेक्टर्स में काम कर सकते हैं। हम यहां मध्य प्रदेश में उपलब्ध बहुत सी संभावनाओं की जानकारी लेकर आए हैं। मध्य प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए सभी जरूरी साधन-संसाधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।

वनों को समृद्ध करने वन्य प्राणियों का हो आदान-प्रदान

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश का बाघ और असम का गैंडा दोनों ही जंगल में एक साथ रफ्तार भर सकते हैं। दोनों राज्य मिलकर इन वन्य प्राणियों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश असम को गौर, घड़ियाल और मगरमच्छ दे सकता है। असम हमें गैंडा देकर हमारे वनों को समृद्ध कर सकता है। चीता पुनर्वास प्रोजेक्ट एक ऐसा ही अनुपम उदाहरण है, जिसमें हमने अफ्रीकन चीतों को मध्य प्रदेश की धरती पर बसाया है। इसी तरह हम अन्य विलुप्तप्राय वन्य जीव प्रजातियों को बसाकर उनकी प्रजाति बचा सकते हैं।

मध्य प्रदेश बिजली उत्पादन में देश में है अग्रणी

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश का बिजली उत्पादन के मामले में देश में एक अलग ही स्थान है। दिल्ली की मेट्रो ट्रेन मध्यप्रदेश की बिजली से चल रही है। हम ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन की ओर बढ़ रहे हैं। विंड एनर्जी प्रोडक्शन में तो हम आगे हैं हीं, हमारे राज्य में जमीन और पानी पर भी सोलर एनर्जी प्रोडेक्शन प्लांट लगाए गए हैं। मध्य प्रदेश में उद्योग-धंधों और निर्माण इकाइयों की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए हम औद्योगिक इकाई स्थापना, रॉ मटेरियल अवेलेबिलिटी, गुड्स ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी, एक्सपोर्ट, लॉजिस्टिक्स और कुशल श्रम शक्ति उपलब्ध कराने जैसे सभी सेक्टर्स में आगे बढ़कर इन्हें प्रोत्साहन भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के समग्र विकास के लिए सभी राज्यों के मध्य एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा आवश्यक है और तभी हमारा देश वर्ष 2047 तक विकसित भारत बन पाएगा। मध्य प्रदेश और असम दोनों इस लक्ष्य की ओर मिलकर आगे बढ़ेंगे।

सेशन में मध्य प्रदेश में उपलब्ध निवेश अवसरों और नवीन औद्योगिक नीतियों की जानकारी दी गई। “मध्य प्रदेश–अनंत संभावना” नामक एक ऑडियो-विजुअल (शॉर्ट प्रोमोशनल फिल्म) का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में असम राज्य के उद्योगजगत से जुड़े प्रमुख उद्यमी, निवेशक, वरिष्ठ अधिकारी और मध्यप्रदेश शासन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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