68वें सीपीसी में भाग लेने बारबाडोस पहुंचे दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता

युगवार्ता    06-Oct-2025
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दिल्ली विधानसभा विजेंद्र गुप्ता (फाइल फोटो)


नई दिल्ली, 06 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता सोमवार को 68वें कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस (सीपीसी) 2025 में भाग लेने के लिए बारबाडोस की राजधानी ब्रिजटाउन पहुंचे हैं। यह कॉन्फ्रेंस 5 से 12 अक्टूबर 2025 तक चलेगी और इसका आयोजन कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन द्वारा किया जा रहा है।

सोमवार को दिल्ली विधानसभा की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक इस वर्ष सम्मेलन का मुख्य विषय “द कॉमनवेल्थ–ए ग्लोबल पार्टनर” है, जिसके अंतर्गत कॉमनवेल्थ के नौ क्षेत्रों की 180 से अधिक विधानसभाओं के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य लोकतांत्रिक संस्थाओं की सुदृढ़ता, सतत विकास, लैंगिक समानता और समावेशी शासन को बढ़ावा देने जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

सम्मेलन के दौरान विश्व और विधायी महत्त्व के मुद्दों—जैसे लोकतंत्र, जलवायु परिवर्तन, डिजिटल परिवर्तन, सुशासन और बहुपक्षवाद—पर विभिन्न पूर्ण सत्रों और विषयगत कार्यशालाओं में प्रतिनिधियों द्वारा चर्चा की जाएगी। इन विचार-विमर्शों का उद्देश्य संसदीय संस्थाओं की क्षमता को सुदृढ़ करना और सहयोगात्मक व जनकेंद्रित शासन की दिशा में कॉमनवेल्थ की साझा प्रतिबद्धता को पुनः पुष्ट करना है।

विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता सम्मेलन के दौरान तीन प्रमुख कार्यशालाओं में अपने विचार व्यक्त करेंगे जिनमें लोकतंत्र के समर्थन के लिए हमारी संस्थाओं को सशक्त करना, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक स्वास्थ्य पर उसका प्रभाव: सतत समाधान की खोज तथा राष्ट्रीय संसदें बनाम प्रांतीय एवं स्वायत्त विधानसभाएं और इनकी शक्तियों के संतुलन की रक्षा शामिल है।

विधानसभा अध्यक्ष की यह भागीदारी भारत की लोकतांत्रिक परंपरा, सहकारी संघवाद और सतत सुशासन के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। वे इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की उस विशिष्ट अनुभव यात्रा को साझा करेंगे, जहां संस्थागत मजबूती, नागरिक सहभागिता और संवैधानिक जवाबदेही शासन की आधारशिलाएं हैं।

सम्मेलन के अंतर्गत कॉमनवेल्थ वुमन पार्लियामेंटेरियंस (सीडब्लूपी) तथा कॉमनवेल्थ पार्लियामेंटेरियंस विथ डिसएबिलिटीज (सीपीडब्ल्यूडी) के सत्र भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें पारदर्शिता, जलवायु परिवर्तन और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में विधानसभाओं की भूमिका जैसे विषयों पर विचार-विमर्श होगा। सम्मेलन का समापन सीपीए जनरल असेंबली और पार्लियामेंटेरियन ऑफ द ईयर अवॉर्ड्स के साथ होगा जिनमें लोकतांत्रिक नेतृत्व और संसदीय नवीनताओं के उत्कृष्ट योगदानों को सम्मानित किया जाएगा।

कॉमनवेल्थ पार्लियामेंटरी एसोसिएशन (सीपीए) एक वैश्विक संसदीय संगठन है जो लिंग, जाति, धर्म या संस्कृति के भेदभाव से परे सभी संसदीय सदस्यों को एक साझा मंच प्रदान करता है। 180 से अधिक विधानसभाओं (शाखाओं) को समाहित करने वाला यह संगठन विधायकों और संसदीय कर्मियों के बीच पारदर्शिता, जवाबदेही और संस्थागत ईमानदारी के सिद्धांतों को सुदृढ़ करने का कार्य करता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव

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