नई दिल्ली, 06 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 08 अक्टूबर को यशोभूमि, द्वारका में इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2025 का उद्घाटन करेंगे।
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने सोमवार को अंतिम तैयारियों की समीक्षा करने के लिए कार्यक्रम स्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में, भारत का दूरसंचार क्षेत्र नवाचार, कनेक्टिविटी और समावेशन का एक प्रतीक बनकर उभरा है। आईएमसी 2025 दुनिया के सामने भारत के डिजिटल परिवर्तन का प्रतिबिंब होगा।
केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ये आयोजन मिलकर आईएमसी 2025 को विचारों, प्रौद्योगिकियों और निवेशों के वैश्विक संगम के रूप में स्थापित करते हैं, जो नवाचार की उस भावना को मूर्त रूप देता है जो भारत के दूरसंचार और डिजिटल विकास की कहानी को परिभाषित करती है।
दूरसंचार क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों के बारे में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि देश आज दुनिया के शीर्ष तीन डिजिटल देशों में से एक है, जहां 1.2 बिलियन मोबाइल ग्राहक, 970 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं और दुनिया में सबसे तेज 5जी रोलआउट, जो केवल 22 महीनों में हासिल किया गया है।
उन्होंने कहा कि हमारी ताकत भारत में डिजाइन करने, भारत में समाधान करने और भारत में ही विस्तार करने की हमारी क्षमता में निहित है।आईएमसी 2025 तकनीकी आत्मनिर्भरता और नवाचार की इस यात्रा का जश्न मनाएगा।
सिंधिया ने नई दिल्ली के शिवाजी स्टेडियम से एयरपोर्ट मेट्रो के माध्यम से कार्यक्रम स्थल तक यात्रा की और वापस आए। इस दौरान, केंद्रीय मंत्री ने प्रदर्शनी क्षेत्र का दौरा किया, भाग लेने वाले स्टार्टअप्स और प्रदर्शकों से बातचीत की और दूरसंचार विभाग, सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और सहयोगी एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता की।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि आईएमसी 2025 कनेक्टिविटी के एक नए प्रतिमान की शुरुआत करेगा, जहां दूरसंचार 5जी, एआई, एमएल, एलओटी और उपग्रह संचार जैसी तकनीकों के लिए राजमार्ग और मार्ग बनेगा, जो न केवल भारत को, बल्कि पूरे विश्व को जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि तकनीकी सशक्तिकरण का यह दृष्टिकोण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पिछले 11 वर्षों में सावधानीपूर्वक तैयार की गई एक रणनीति है, जिसका उद्देश्य एक आत्मनिर्भर, सशक्त और नवोन्मेषी भारत की कल्पना करना है जो वैश्विक प्रगति को गति प्रदान करे।
इस वर्ष के इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 1.5 लाख से ज़्यादा आगंतुक, 150 से ज़्यादा देशों के 7,000 प्रतिनिधि और प्रतिभागी और यशोभूमि में 4.5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में फैले 400 प्रदर्शक शामिल होंगे। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि आईएमसी एक राष्ट्रीय मंच से आगे बढ़कर एक एशियाई और वैश्विक प्रौद्योगिकी सम्मेलन बन गया है जो डिजिटल क्षेत्र में भारत की बढ़ती क्षमता और नेतृत्व को दर्शाता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आईएमसी 2025 में छह प्रमुख वैश्विक शिखर सम्मेलन होंगे, जिनमें से प्रत्येक डिजिटल नवाचार की सीमाओं का प्रतिनिधित्व करेगा। इनमें अंतरराष्ट्रीय भारत 6जी संगोष्ठी, अंतरराष्ट्रीय एआई शिखर सम्मेलन, साइबर सुरक्षा शिखर सम्मेलन, सैटकॉम शिखर सम्मेलन, आईएमसी एस्पायर कार्यक्रम और ग्लोबल स्टार्टअप वर्ल्ड कप शामिल हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार