- वंदेमातरम और भारत माता की जय उदघोष से गूंजी बद्रीश पुरी- संघ के कार्यकर्ता का जीवन मातृ भूमि के लिए न्यौछावर: डाॅ शैलेंद्र
देहरादून, 6 अक्टूबर (हि.स.)। शरद पूर्णिमा के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साै वर्ष पूरे होने पर सोमवार को स्वयंसेवकों ने स्वामीनारायण मंदिर से श्री बदरीनाथ धाम के सिंह द्वार तक पथ संचलन किया। इसके बाद स्वयंसेवकों ने बदरीनाथ के दर्शन कर देश की अखंडता और अक्षुण्णता, राष्ट्रीय एकता की कामना की।
इस मौके पर मुख्यवक्ता व उत्तराखंड प्रांत प्रचारक डाॅ. शैलेन्द्र ने डाॅ हेडगेवार, बाबा साहब देवरस, रज्जू भैया सहित सभी संघ प्रमुख मार्गदर्शकों का स्मरण किया और उनके कृतित्व की जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने स्वयंसेवकों से आग्रह किया कि प्रत्येक परिवार तक संघ को पहुंचाने के साथ ही युवाओं को शाखाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि मातृ भूमि की रक्षा के लिए शास्त्र के साथ शस्त्र भी जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि कलयुग में संगठन में ही शक्ति है। आज सनातन संस्कृति व संस्कारों का प्रभाव है कि आज विश्व के 60 देशों में संघ की शाखाएं हैं। संघ व्यक्ति केंद्रित नहीं बल्कि सर्वसमावेशी व सह अस्तित्व की भावना में विश्वास रखता है। संघ के कार्यकर्ता का जीवन मातृ भूमि के लिए न्यौछावर है।
डाॅ. शैलेन्द्र ने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति ऋषि मुनियों की विरासत है और इसे बचाने का काम संघ का है। कहा कि हमारी सभ्यता संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम् की है, हिंदु संगठित नही रहा इसलिए देश को सैकड़ो वर्ष गुलाम रहना पड़ा। हिंदु समाज की एकता के लिए हमें अस्पृश्यता को जड़ से मिटाना होगा। इस दौरान संघ के सभी दायित्वधारियों ने संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने की ऐतिहासिक यात्रा, राष्ट्रीय एकता, अखंडता, समाजसेवा, राष्ट्र निर्माण और संगठन के आदर्शों पर प्रकाश डाला।
पथ संचलन का शुभारंभ स्वामीनारायण मंदिर सभागार में मुख्य अतिथि के दीप प्रज्ज्वलन, ध्वजारोहण व नमस्ते सदा वत्सले मातृ भूमे प्रार्थना के साथ हुआ। पथ संचलन में तीन सौ से अधिक स्वयंसेवकों ने गणवेश के साथ भाग लिया। इस अवसर पर संघ का साहित्य भी वितरित किया गया।
बदरीशपुरी में स्थानीय लोगों व श्रद्धालुओं ने जगह-जगह फूल वर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया।
कार्यक्रम में विभाग प्रचारक मनोज जी, बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, महात्मा अमित दास, जिला प्रचारक मिथिलेश, अतुल शाहजी सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक, नागरिक, तीर्थयात्री व स्थानीय जनता उपस्थित रहे। आयोजन शांतिपूर्ण और अनुशासित वातावरण में श्री बदरीनाथ धाम सिंह द्वार पर प्रांत प्रचारक के आशीर्वचन व आभार के साथ संपन्न हुआ।
हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल