नई दिल्ली, 06 अक्टूबर (हि.स.)। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई पर हमले की कोशिश को कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 'संविधान पर हमला' कहा, जबकि पार्टी महासचिव प्रिंयका गांधी ने इसको 'संपूर्ण न्याय व्यवस्था' पर हमला बताया।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश पर उच्चतम न्यायालय के भीतर हुआ यह हमला बेहद निंदनीय है। इसकी निंदा करने के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। यह न केवल मुख्य न्यायाधीश पर, बल्कि हमारे संविधान पर भी एक सीधा हमला है।
सोनिया गांधी ने कहा कि न्यायमूर्ति गवई हमेशा विनम्र और मर्यादित रहे हैं, लेकिन आज राष्ट्र को गहरी पीड़ा और आक्रोश के साथ उनके साथ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि देश के मुख्य न्यायाधीश पर हमले की कोशिश अत्यंत शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। यह केवल देश के मुख्य न्यायाधीश पर नहीं, बल्कि हमारे संविधान, संपूर्ण न्याय व्यवस्था और कानून के शासन पर हमला है।
उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश ने अपनी मेहनत, लगन और योग्यता के बल पर समाज की हर बाधा को पार करते हुए सर्वोच्च न्यायिक पद हासिल किया है। उनके विरुद्ध इस प्रकार का हमला न्यायपालिका और लोकतंत्र दोनों के लिए घातक है। इस घटना की जितनी निंदा की जाए, वह कम है।
उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय के भीतर एक 71 वर्षीय वकील राकेश किशोर ने न्यायमूर्ति गवई पर कुछ फेंकने का प्रयास किया था। पुलिस ने उसे तुरंत काबू में कर लिया। बताया गया कि वह मुख्य न्यायाधीश की एक कथित धार्मिक टिप्पणी से आहत था। न्यायमूर्ति गवई ने पूरे घटनाक्रम के दौरान शांति बनाए रखी और अदालत की कार्यवाही बिना किसी रुकावट के जारी रही।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर