नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में बाढ़ पीड़ित लोगों को राहत पहुंचाने पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के सांसद खगेन मुर्मु गंभीर रूप से घायल हो गए । इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने ममता सरकार को असंवेदनशील बताया। भाजपा ने कहा कि यह हमला राजनीति से प्रेरित है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के नागरकाटा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) नेताओं पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इस हमले में मालदा नॉर्थ से भाजपा सांसद खगेन मुर्मु गंभीर रूप से घायल हो गए।
सोमवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि एक तरफ बिहार चुनाव की तरफ बढ़ रहा है, यानी लोकतंत्र की एक नव-गति की तरफ बढ़ रहा है तो दूसरी ओर, उसके बगल में पश्चिम बंगाल लोकतंत्र की दुर्गति की तरफ बढ़ रहा है।
आज जिस प्रकार की घटना पश्चिम बंगाल में हुई है, उसे यदि लोकतंत्र का शोक गीत कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। आज पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस शासनकाल में सांसद और विधायक भी सुरक्षित नहीं हैं। उनके ऊपर इस प्रकार का कातिलाना हमला होता है और इस पर पश्चिम बंगाल सरकार और इंडी गठबंधन के सभी नेताओं की चुप्पी, लोकतंत्र को बहरा करने वाली चुप्पी है।
उन्होंने कहा कि उत्तरी बंगाल का अधिकतर हिस्सा बाढ़ की त्रासदी को झेल रहा है।
दूसरी तरफ, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का मीडिया में वीडियो उपलब्ध है कि वो कोलकाता में एक उत्सव में नृत्य कर रही हैं।
ये दोनों चित्र अपनेआप में हृदय-विदारक हैं। हमारे जनजातीय समाज के वरिष्ठ नेता और दूसरी बार के सांसद पर जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने हिंसक और कातिलाना हमला किया है- ये दर्शाता है कि पश्चिम बंगाल का शासन निर्लज्ज और निष्ठुर हो गया है।
सेवाकार्य में जुटे हुए हमारे नेताओं पर जिस तरह का कातिलाना और हिंसक हमला हुआ है, वह अपने आप में बहुत दुःखद और खतरनाक है।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस जब से सत्ता में आई और तब से पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की असंवेदनशीलता चरम पर पहुंच गई है।
इस समय, उत्तर बंगाल भीषण बाढ़ से जूझ रहा है और लगभग 28 लोगों की जान जा चुकी है। फिर भी मुख्यमंत्री सार्वजनिक कार्यक्रमों में नाचती नज़र आ रही हैं।
कुछ दिन पहले ही दुर्गा पूजा के दौरान बिजली के शॉर्ट सर्किट से 12 लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन सरकार ने कोई चिंता नहीं दिखाई। इसके साथ साथ पश्चिम बंगाल की सरकार और वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की असंवेदनशीलता भी अपनी पराकाष्ठा के पार है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी