नई दिल्ली, 08 अक्टूबर (हि.स.)। बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनी शील बायोटेक के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जबरदस्त एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 63 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे।
आज एनएसई के इमर्ज प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 44.44 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 91 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद हुई लिवाली के कारण थोड़ी ही देर में कंपनी के शेयर 95.55 रुपये के अपर सर्किट लेवल तक पहुंच गए। हालांकि, दिन के कारोबार में बिकवाली दबाव भी बना, जिसकी वजह से इस शेयर का अपर सर्किट ब्रेक भी हुआ, लेकिन दिन के दूसरे सत्र में ये शेयर एक बार फिर 95.55 रुपये के अपर सर्किट लेवल तक पहुंच गया और उसी स्तर पर बंद हुआ। इस तरह पहले दिन का कारोबार होने के बाद शील बायोटेक के आईपीओ निवेशकों को 51.67 प्रतिशत का मुनाफा हो गया।
शील बायोटेक का 34.02 करोड़ रुपये का आईपीओ 30 सितंबर से 3 अक्टूबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 15.97 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 19.73 गुना सब्सक्राइब हुआ था। नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 25.92 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 9.56 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 54 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 5.08 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 10.47 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 10.64 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की आय 11 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 102.27 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज के बोझ में उतार-चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 19.17 करोड़ रुपये, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में बढ़ कर 23.54 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज घट कर 17.36 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें, तो वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में ये 59.40 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में बढ़ कर 68.58 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में उछल कर 68.90 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक