नई दिल्ली, 08 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद (एनसीपीयूएल) द्वारा 09 अक्टूबर (गुुरुवार) की शाम चार बजे प्रधानमंत्री संग्रहालय, तीन मूर्ति मार्ग, नई दिल्ली में वीर सावरकर: दि मैन हू कुड है प्रिविंटेड पार्टीशन के उर्दू अनुवाद '’वीर सावरकर और तक़सीम हिन्द का अलमिया’' का लोकार्पण और चर्चा का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के मुख्यातिथि राज्य मंत्री, विधि और न्याय मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) एवं संसदीय कार्य मंत्रालय अर्जुन राम मेघवाल होंगे, जबकि विशिष्ट अतिथि प्रख्यात पत्रकार, पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त और पुस्तक के लेखक उदय माहुरकर और जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली के कुलपति एवं पुस्तक के अनुवादक प्रो. मज़हर आसिफ होंगे। पुस्तक के सह-लेखक और चिरायु पंडित और सह-अनुवादक डॉ. मसूद आलम भी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करेंगे।
उल्लेखनीय है कि वीर सावरकर पर यह अपनी तरह की एक अनूठी पुस्तक है, जिसमें उनके जीवन और व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं, स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका, राष्ट्रीय निर्माण एवं विकास का यथार्थपरक परीक्षण किया गया। साथ ही, राष्ट्रीय विकास अभियान में मुसलमानों सहित देश के सभी सामाजिक वर्गों की भागीदारी की आवश्यकता आदि के संबंध में उनके विचारों का ऐतिहासिक साक्ष्यों और तथ्यों के आलोक में विश्लेषण किया गया है।
इस पुस्तक में गहरे शोध और अन्वेषण के आलोक में उन भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया गया है, जो स्वतंत्रता के बाद विभिन्न राजनीतिक कारणों से वीर सावरकर के व्यक्तित्व और विचारों के संबंध में फैलाई गई थीं। उर्दू भाषा में वीर सावरकर पर ऐसी सामग्री की अत्यंत आवश्यकता थी, जो किसी भी वैचारिक संबद्धता से ऊपर उठकर ऐतिहासिक तथ्यों के आलोक में उनके जीवन, संघर्ष, चिंतन और विचारों पर विस्तार से चर्चा करती हो। यह पुस्तक इस आवश्यकता को बखूबी पूरा करती है। इसका उर्दू अनुवाद प्रकाशित करके राष्ट्रीय उर्दू परिषद ने एक ऐतिहासिक कार्य किया है और वीर सावरकर के संबंध में चल रहे अकादमिक विमर्श को एक नया आयाम देने का प्रयास किया है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / मोहम्मद शहजाद