मास्काे, 9 अक्टूबर (हि.स.)। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अजरबैजान एयरलाइंस के विमान हादसे में पहली बार रूस की भूमिका को स्वीकार किया है। पुतिन ने कहा कि रूस ने घटना की सुबह यूक्रेनी ड्रोन को नष्ट करने के लिए मिसाइलें तैनात की थीं और वे विमान से कुछ मीटर की दूरी पर फट गए। पुतिन ने ताजिकिस्तान में दूसरे रूस-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से मुलाकात के दाैरान यह बात कही।
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी स्पुतनिक के अनुसार, पुतिन ने अपने समकक्ष को बताया कि यह घटना तब हुई जब यूक्रेनी ड्रोनों पर नज़र रख रही रूसी मिसाइलें नागरिक विमान से कुछ ही मीटर की दूरी पर फट गईं।
पुतिन ने कहा, रूस अपनी सीमा पार करने वाले तीन यूक्रेनी ड्रोनों पर नज़र रख रहा था। रूस द्वारा दागी गई दो वायु-रक्षा मिसाइलें सीधे विमान से नहीं टकराईं बल्कि वे कुछ मीटर की दूरी पर फट गईं। विमान संभवतः मिसाइलों से नहीं, बल्कि उसके टुकड़ों से क्षतिग्रस्त हुआ था।
उल्लेखनीय है कि 25 दिसंबर 2024 काे इस विमान ने अज़रबैजान की राजधानी बाकू से रूस के ग्रोज़्नी के लिए उड़ान भरी थी। इसमें 62 यात्री, दो पायलट और तीन केबिन क्रू सदस्य सहित 67 लोग सवार थे। यह कज़ाकिस्तान के अकातु में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 35 यात्री, दोनों पायलट और एक फ्लाइट अटेंडेंट मारा गया था। घटना के तीन दिन बाद 28 दिसंबर को पुतिन ने अलीयेव से फ़ोन पर बात की और घटना के लिए माफ़ी मांगी। उस समय उन्होंने कहा था कि रूसी वायु रक्षा प्रणालियां यूक्रेनी ड्रोनों का मुकाबला करने के लिए सक्रिय थीं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से यह स्वीकार नहीं किया था कि विमान को गिराने के लिए रूसी मिसाइलें ज़िम्मेदार थीं।
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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल