नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (हि.स.)। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि सर्दियां नज़दीक हैं और आतंकवादी बर्फबारी का फायदा उठाकर घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं, इसलिए सुरक्षा बलों को हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए।
अमित शाह ने यहां जम्मू और कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की आतंकवाद-मुक्त जम्मू और कश्मीर के लक्ष्य को प्राप्त करने की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के ठोस और समन्वित प्रयासों के कारण अब जम्मू-कश्मीर में दुश्मन देशों द्वारा पोषित आतंकवादी नेटवर्क लगभग समाप्त हो चुका है।
उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों को जम्मू-कश्मीर की शांति और सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले हर प्रयास को नाकाम करने की पूरी स्वतंत्रता है। सरकार आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।
गृह मंत्री ने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद केन्द्रशासित प्रदेश प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तेजी से उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन कार्रवाइयों ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया है तथा आतंकवादियों की किसी भी नई साजिश को नाकाम करने में मदद की है।
अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों में सभी सुरक्षा एजेंसियों का तालमेल बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने निर्देश दिया कि खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान और संयुक्त ऑपरेशनों के दौरान समन्वय को और सुदृढ़ किया जाए, ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते विफल किया जा सके।
गृह मंत्री ने विशेष रूप से कहा कि जैसे-जैसे सर्दियां बढ़ेंगी, आतंकवादी बर्फबारी और कम दृश्यता का फायदा उठाकर सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों को हर मौसम और हर परिस्थिति में तैयार रहना होगा ताकि कोई भी आतंकवादी तत्व हमारे सीमांत क्षेत्रों में प्रवेश न कर सके। उन्होंने कहा कि सीमा पार से होने वाले किसी भी आतंकी प्रयास का जवाब मुंहतोड़ तरीके से दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता कायम रहे और वहां के लोग विकास और सामान्य जीवन का पूरा लाभ उठा सकें।
अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करना केन्द्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के सर्वांगीण विकास के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। आतंकवाद का सफाया और विकास का विस्तार- दोनों ही हमारी रणनीति के अभिन्न अंग हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ-साथ विकास योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जाए, ताकि क्षेत्र के युवाओं को रोजगार और अवसर मिल सकें तथा उन्हें भटकने से रोका जा सके।
गृह मंत्री ने बैठक में सीमा सुरक्षा, आतंकवाद निरोधक अभियानों, खुफिया नेटवर्क को और मज़बूत बनाने तथा स्थानीय पुलिस और केंद्रीय बलों के बीच बेहतर समन्वय पर भी विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अब शांति और स्थायित्व की नई सुबह दिखाई दे रही है। हमें इस अवसर को स्थायी बनाने के लिए पूरी सतर्कता और एकजुटता के साथ काम करना होगा।
बैठक में जम्मू और कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा, केन्द्रीय गृह सचिव, आसूचना ब्यूरो (आईबी) के निदेशक, थल सेनाध्यक्ष, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक सहित केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, सेना तथा केन्द्र और केन्द्रशासित प्रदेश प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार