तिरुवनंतपुरम, 9 अक्टूबर (हि.स.)। केरल के सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर में द्वारपालक की मूर्तियों पर सोने की परत चढ़ाने में अनियमितता के मुद्दे पर लगातार चौथे दिन गुरुवार को विधानसभा की कार्यवाही बाधित हुई। विधानसभा में भारी हंगामे के बीच कांग्रेस के तीन सदस्यों को नियमों के उल्लंघन के आरोप में मौजूदा सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।
कांग्रेस के जिन तीन विधायकों को निलंबित किया गया है उनमें रोजी एम जॉन, एम विंसेंट और सनीश कुमार जोसेफ शामिल हैं। राज्य में कांग्रेस विपक्षी गठबंधन संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) का प्रमुख घटक है। सोने की परत के मुद्दे पर यूडीएफ सदस्यों के हंगामें के कारण सदन की कार्यवाही आज कुछ समय के लिए स्थगित की गयी। इसके बाद कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे पर देवास्वोम मंत्री वीएन वासवान के इस्तीफे की मांग को लेकर सदन में नारे लगाए और बैनर भी लहराए। आरोप है कि यूडीएफ सदस्यों ने इस दौरान सदन में सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया जिससे चीफ मार्शल को चोटें आईं। विपक्षी विधायकों पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के साथ धक्का-मुक्की करने का भी आरोप है।
इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री एमबी राजेश ने कांग्रेस के तीन सदस्यों के व्यवहार को लेकर सदन में प्रस्ताव पेश किया। प्रस्ताव में कहा गया था कि नियमों के उल्लंघन के चलते कांग्रेस के तीन विधायकों को मौजूदा सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया जाए। सत्तापक्ष के इस प्रस्ताव को कुछ ही देर में सदन ने पारित कर दिया।
इस बीच विपक्ष ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए सदन का बहिर्गमन किया। नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीशन ने कहा कि हम सबरीमाला घोटाले पर सरकार के जवाब की मांग रहे थे, लेकिन अध्यक्ष ने सत्तारूढ़ वाम लाेकतांत्रिक माेर्चा (एलडीएफ) के इशारे पर कार्रवाई की।
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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल