
नई दिल्ली, 10 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की पश्चिमी रेंज ने नशे के कारोबार और अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाते हुए 260 अफ्रीकी नागरिकों को पकड़ा है। रविवार को पूरे दिन चले इस अभियान का नाम ‘ऑपरेशन क्लीन स्वीप’ रखा गया। इस दौरान पुलिस ने न केवल विदेशी नागरिकों की दस्तावेज़ जांच की, बल्कि मकान मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की है जिन्होंने बिना सूचना विदेशी नागरिकों को किराये पर मकान दे रखे थे।
पुलिस के अनुसार, विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) जोन-2 मधुप तिवारी और संयुक्त पुलिस आयुक्त (पश्चिमी रेंज) जतिन नरवाल के निर्देशन में यह विशेष अभियान चलाया गया। अभियान में द्वारका, पश्चिमी और बाहरी जिलों की कुल 30 टीमों ने भाग लिया। इसमें 4 एसीपी, 20 इंस्पेक्टर और करीब 600 पुलिसकर्मी शामिल रहे। अभियान की निगरानी द्वारका जिले के पुलिस उपायुक्त डीसीपी अंकित सिंह, पश्चिमी जिले के दराड़े शरद भास्कर और बाहरी जिले से सचिन शर्मा ने की।
मुख्य इलाकों में हुई छापेमारी
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि अभियान के तहत पुलिस ने बिंदापुर, डाबड़ी, उत्तम नगर, मोहन गार्डन, तिलक नगर और निहाल विहार इलाकों में छापेमारी की। द्वारका जिले से 210, तिलक नगर से 45 और बाहरी जिले से 21 अफ्रीकी नागरिक पकड़े गए। इनमें कई लोगों के पास वीजा व पासपोर्ट की अवधि खत्म हो चुकी थी। तलाशी के दौरान कुछ के पास से नशीले पदार्थ भी मिले।
पुलिस ने बताया कि 25 से अधिक मकान मालिकों की पहचान की गई है जिन्होंने विदेशी नागरिकों को बिना पुलिस को सूचना दिए किराये पर मकान दिए थे। इनके खिलाफ भी विदेशी अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, जिनके पास वैध पासपोर्ट और वीजा पाए गए, उनकी जांच के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं, 49 लोगों पर आपसी झगड़े के चलते बीएनएसएस की धारा 126/170 के तहत निवारक कार्रवाई की गई। संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि अब तक की जांच में गिरफ्तार लोगों में अधिकतर नाइजीरिया, घाना, सिएरा लियोन, केन्या, कैमरून, आइवरी कोस्ट, लाइबेरिया, सेनेगल और जिम्बाब्वे के नागरिक हैं।
संयुक्त पुलिस आयुक्त जतिन नरवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई और अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को देश से बाहर भेजना है। उन्होंने मकान मालिकों से अपील की कि वे किसी भी विदेशी नागरिक को किराये पर कमरा देने से पहले फॉर्म-II भरकर पुलिस को सूचित करें।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी