जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी मॉड्यूल का किया भंडाफोड़, सात गिरफ्तार

युगवार्ता    10-Nov-2025
Total Views |
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद और एजीयूएच से जुड़े एक बड़े अंतरराष्ट्रीय आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया


- प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद (एजीयूएच) से जुड़े हैं तार - भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और लगभग तीन टन आईईडी सामग्री बरामद

श्रीनगर, 10 नवंबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्रतिबंधित संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद (एजीयूएच) से जुड़े अंतर-राज्यीय और अंतरराष्ट्रीय आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस अभियान में कई राज्यों में संयुक्त तलाशी के दौरान सात प्रमुख आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। इस दाैरान दो पिस्तौल, एके-सीरीज की दो राइफलें, 2,900 किलो विस्फोटक और आईईडी बनाने वाली सामग्री के साथ ही एक चाइनीज स्टार पिस्तौल, एक बेरेटा पिस्तौल समेत अन्य ज्वलनशील पदार्थ बरामद किया है।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान श्रीनगर के नौगाम निवासी आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, श्रीनगर के नौगाम निवासी यासिर-उल-अशरफ, श्रीनगर के नौगाम निवासी मकसूद अहमद डार उर्फ शाहिद, शोपियां की एक मस्जिद के इमाम मौलवी इरफान अहमद, गंदरबल के वाकुरा निवासी जमीर अहमद अहंगर उर्फ मुतलाशा, पुलवामा के कोइल निवासी डॉ. मुज़म्मिल अहमद गनई उर्फ मुसैब और कुलगाम के वानपोरा निवासी डॉ. अदील के रूप में हुई है। इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की पहचान की गई है और उन्हें पकड़ने का प्रयास जारी हैं।

अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई 19 अक्टूबर को श्रीनगर के बनपोरा नौगाम में विभिन्न स्थानों पर पुलिस और सुरक्षाबलों को धमकी देने वाले जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर चिपकाए जाने के बाद की गई। इसके बाद नौगाम पुलिस स्टेशन में यूएपीए अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम सहित कई धाराओं के तहत एफआईआर संख्या 162/2025 दर्ज की गई और एक उच्च-स्तरीय जांच शुरू की गई।

जांच में अधिकारियों द्वारा सफेदपोश आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र का पता चला है जो कट्टरपंथी पेशेवरों और छात्रों से जुड़ा एक नेटवर्क है जो कथित तौर पर पाकिस्तान और अन्य देशों से संचालित विदेशी आकाओं के संपर्क में है।

पुलिस ने कहा कि समूह ने कथित तौर पर सामाजिक या धर्मार्थ कार्यों के नाम पर पेशेवर और शैक्षणिक हलकों के माध्यम से धन जुटाया गया था।यह मॉड्यूल धन जुटाने रसद की व्यवस्था करने, हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री खरीदने के अलावा व्यक्तियों की पहचान करने उन्हें कट्टरपंथी बनाने और आतंकवादी समूहों में भर्ती करने में भी शामिल था।

जांच के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर, अनंतनाग, गंदरबल और शोपियां में और फरीदाबाद में हरियाणा पुलिस और सहारनपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ संयुक्त रूप से तलाशी ली गई।

इस दाैरान आतंकियाें के पास से दो पिस्तौल, दो एके-सीरीज की राइफलें के साथ ही 2,900 किलो विस्फोटक और आईईडी बनाने वाली सामग्री के साथ ही एक चाइनीज स्टार पिस्तौल, एक बेरेटा पिस्तौल, एके-56 राइफल और एके क्रिंकोव राइफल बरामद किया गया है। इसके साथ ही इसमें रसायन, ज्वलनशील पदार्थ, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, रिमोट कंट्रोल, बैटरी, तार, टाइमर और धातु के टुकड़े शामिल थे।

अधिकारियों ने कहा कि विस्फोटकों की भारी मात्रा एक बड़े सुनियोजित हमले की संभावना की ओर इशारा करती है। पुलिस ने कहा कि धन के प्रवाह पर नजर रखने और स्थानीय और सीमा पार संबंधों की पहचान करने के लिए एक विस्तृत वित्तीय जांच की जा रही है। वित्त पोषण और आपूर्ति श्रृंखला के साथ ही सभी पहलुओं का पता लगाने के लिए उन पर तेजी से काम किया जा रहा है।

---------------------

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह

Tags