
इस्लामाबाद, 10 नवंबर (हि.स.)। पाकिस्तान में विमान इंजीनियरों की जारी हड़ताल के कारण पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) की उड़ानें साेमवार काे लगातार छठवे दिन भी बाधित रही जिसके कारण सैकड़ाें यात्रियाें काे असुविधा का सामना करना पड़ा।
सोसाइटी ऑफ एयरक्राफ्ट इंजीनियर्स ऑफ पाकिस्तान (एसएईपी) के सदस्य वेतन असमानता और सुरक्षा संबंधी चिंताओं को लेकर हड़ताल पर हैं, जिसके कारण नौ उड़ानें रद्द हो गईं और 18 अन्य में तीन से दस घंटे तक की देरी हुई।
गाैरतलब है कि पीआईए प्रबंधन और इंजीनियरों के बीच विवाद चार नवंबर को उस समय चरम पर पहुंच गया, जब इंजीनियरों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए विमानों के 'एयरवर्थनेस' प्रमाणपत्र जारी करने से इनकार कर दिया। इससे देश भर में पीआईए की कई उड़ानें ठप हो गईं।
इस बीच आज रद्द हुई उड़ानों में आबू धाबी से पेशावर, दुबई से कराची, फैसलाबाद से दुबई, दुबई से फैसलाबाद, पेशावर से दुबई जैसी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल हैं, जबकि घरेलू स्तर पर गिलगित-इस्लामाबाद और स्कार्दू-इस्लामाबाद की आने जाने वाली उड़ानें प्रभावित हुईं हैं।
देरी से उड़ान भरने वाली उड़ानाें में में इस्लामाबाद से अल ऐन को करीब 10 घंटे की देरी का सामना करना पड़ा, जबकि लाहौर से मदीना , इस्लामाबाद से जेद्दा , कराची से जेद्दा और अन्य रूट्स पर भी व्यवधान हुआ।
रिपोर्टों के मुताबिक यात्रियों ने हवाई अड्डों पर लंबे इंतजार की शिकायत की, जिसमें उड़ानाें में हाेने वाली देरी के कारण कईयाें को होटलों में ठहरना पड़ा।
इस बीच एक घटना में, लाहौर से जेद्दा जा रही पीआईए उड़ान पीके-859 के विमान का विंडशील्ड टूट गया, जिसके कारण विमान को वापस लाहौर लौटना पड़ा।
इंजीनियरों का दावा है कि उन्होंने पहले ही विमान की 'उड़ान याेग्य' ना हाेने की चेतावनी जारी कर दी थी , लेकिन प्रबंधन ने इसे नजरअंदाज किया।
एसएईपी के अनुसार, हड़ताल के पीछे दो मुख्य मुद्दे हैं जिसमें वेतन में असमानता और सुरक्षा जोखिम शामिल हैं।
संगठन का कहना है कि पायलटों को वेतन में वृद्धि मिल रही है जबकि इंजीनियरों के वेतन में पिछले एक साल से काेई बढ़ाेतरी नही हुई है। इसके अलावा उन्हें विमानाे में पुराने 'स्पेयर पार्ट्स' काे दाेबारा उपयाेग में लाने के निर्देश दिए जा रहे हैं, और 'नए पार्ट्स' उपलब्ध ही नहीं कराए जा रहे। एसएईपी अध्यक्ष अब्दुल्लाह जदून ने कहा, “हम यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हैं। प्रबंधन द्वारा बनाई गए निराशाजनक 'कार्य वातावरण' में भी हम समझौता नहीं करेंगे।”
संगठन की मांगों में वेतन वृद्धि, नए स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता और बेहतर कार्य स्थितियां शामिल हैं।
इस बीच पीआईए प्रबंधन ने इंजीनियरों पर 'निजीकरण' प्रक्रिया को बाधित करने का आरोप लगाया है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने हड़ताल करने वाले इंजीनियरों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। प्रबंधन के एक अधिकारी ने कहा, “यह एक गैर-मान्यता प्राप्त इकाई की विमानाें के संचालन काे रोकने और निजीकरण का विराेध करने की काेशिश हैै। उड़ान व्यवधान के लिए जिम्मेदार इंजीनियरों को परिणाम भुगतने होंगे।”
विवाद बढ़ने के साथ ही एसएईपी के अध्यक्ष जदून और महासचिव अवैस जदून को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया, जिसके खिलाफ संगठन अदालत जाने की योजना बना रहा है।
पिछले दो महीनों से इंजीनियर काले रिबन बांधकर निम्न वेतन के खिलाफ विरोध जता रहे थे। एयर लीग और ऑफिसर्स एसोसिएशन ने एसएईपी अधिकारियों की बहाली की मांग की है और प्रबंधन से बातचीत के माध्यम से मुद्दों का समाधान करने का आग्रह किया।
हालांकि सरकार की ओर से अभी किसी तरह के हस्तक्षेप की खबर नहीं है, लेकिन विवाद के लंबा खिंचने पर पीआईए की वित्तीय स्थिति पर और असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
पीआईए ने यात्रियों से वैकल्पिक उड़ानों का सुझाव देते हुए मुआवजे का वादा किया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल