
नई दिल्ली, 10 नवंबर (हि.स.)। दक्षिणी दिल्ली में महरौली की रहने वाली 33 वर्षीय मुस्लिम महिला सलमा( बदला हुआ नाम) की कहानी किसी दर्दनाक दास्तान से कम नहीं है। उसे प्यार का झांसा दे कर उसके ही मजहब के कथित तौर पर पति फरहान(बदला हुआ) ने उसे इतनी यातनाएं दी कि वो आज ठीक से चल भी नहीं पा रही है। उसे डरा धमका कर जबरन कई पुरुष के साथ संबंध बनाने पर मजबूर किया। मना करने पर उसे कई यातनाएं दी।
आठ साल के दिव्यांग बच्चे की मां सलमा ने सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद के कार्यालय में न सिर्फ आप बीती सुनाई बल्कि न्याय के लिए गुहार भी लगाई। सलमा ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि किस तरह से उसका कथित तौर पर शौहर ने न सिर्फ उसका शोषण किया बल्कि कई हिन्दू लड़कियों के साथ संबंध बना कर उनका धर्म परिवर्तन करने का काम किया।
सलमा ने बताया कि फरहान से उसकी मुलाकात एक जिम में हुई । वहीं उसने उसे शादी का झांसा दे कर संबंध बनाया। फिर उसे औऱ उसके बच्चे को जान से मार देने की धमकी दे कर उसे कई दूसरे लोगों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर भी किया। मना करने पर उसने जानवरों की तरह पीटा। इस घटना की शिकायत करने पर भी पुलिस ने मामल दर्ज नहीं किया।
दुष्कर्म मामले में फंसने से बचने के लिए आनन -फानन में फरहान ने एक मौलवी के जरिए निकाह किया। निकाहनामा दिखाते हुए सलमा ने बताया कि यह शादी भी सच्ची नहीं है। शादी के बाद फरहान ने एक भी दिन अपने घर पर नहीं रखा। इससे पहले उसने एक हिन्दू लड़की से शादी की थी। उसे प्यार के नाम पर फंसाया और शादी कर उसका धर्म परिवर्तन करवाया। यह काम अकेले फरहान ही नहीं उसके सारे रिश्तेदार कर रहे हैं।
सलमा ने बताया कि फरहान जिम चलाता है और सट्टा बाजार से भी जुडा है। इसलिए पुलिस भी मामला दर्ज नहीं कर रही थी, मुस्लिम समाज के ठेकेदारों ने भी साथ नहीं दिया। न्याय के लिए रोती बिलखती रही लेकिन मुस्लिम लोगों ने ही मुझसे नाता तोड़ लिया। सलमा ने बताया कि जब किसी ने मदद नहीं की तो महरौली के विधायक ने मदद की। विश्व हिन्दू परिषद के लोगों ने मदद की। अब दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ न्याय चाहती हूं।
विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत मंत्री सुरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि हिन्दू समाज की बेटियां लगातार “लव जिहाद” जैसी षड्यंत्रकारी प्रवृत्ति का शिकार होती रही हैं। परंतु वर्षों से मुस्लिम धर्मगुरु और तथाकथित नेतृत्व इस सच्चाई से इनकार करते रहे हैं।
अब इस सच को खुद एक मुस्लिम महिला उजागर कर रही है। एक मुस्लिम बेटी, जिसने स्वयं इस छल और वासना का सामना किया।
सलमा ने बताया कि कैसे मौलवी और अपराधी प्रवृत्ति के लोग मिलकर हिन्दू बेटियों को जाल में फंसाते हैं। मुस्लिम धर्म की बेटी भी महफूज नहीं है। उसके साथ अन्याय होने दे रहे हैं। विश्व हिन्दू परिषद महिलाओं के प्रति संवेदनशील है। धर्म के परे परिषद ने मुस्लिम महिला को न्याय दिलाने का बीड़ा उठाया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी