
नई दिल्ली, 12 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विज़न के अनुरूप त्रिपुरा को एक वैश्विक पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। त्रिपुरा की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को विश्व पटल पर प्रदर्शित करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
सिंधिया ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा की उपस्थिति में मताबाड़ी पर्यटन सर्किट के विकास पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में राज्य को सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और इको-टूरिज्म का केंद्र बनाने की दिशा में उठाए जा रहे विभिन्न कदमों पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक के दौरान अगरतला हवाई अड्डे की अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाने, नीर महल, तेपानिया, जंपुईपुरा और उदयपुर जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के पुनर्विकास, तथा डम्बुर द्वीप समूह को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत विकसित करने की योजनाएं बतायी गईं।
सिंधिया ने कहा कि स्थानीय पर्यटक गाइड और सेवा क्षेत्र के प्रशिक्षण सहित सात प्रमुख क्षेत्रों में क्षमता निर्माण से रोज़गार और कौशल विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे लक्षद्वीप, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और केवड़िया जैसे सफल पर्यटन मॉडलों से सीख लेकर त्रिपुरा में विश्वस्तरीय पर्यटन अनुभव विकसित करें। सिंधिया ने कहा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य पूर्वोत्तर भारत की अनूठी पहचान को सशक्त पर्यटन के माध्यम से विश्व स्तर पर स्थापित करना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर