भारत की बिली जीन किंग कप स्टार खिलाड़ियों ने कर्नाटक के युवा टेनिस खिलाड़ियों को दिया सफलता का मंत्र

युगवार्ता    12-Nov-2025
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भारत की बिली जीन किंग कप स्टार्स


बेंगलुरु, 12 नवम्बर (हि.स.)। भारत की शीर्ष महिला टेनिस खिलाड़ियों ने आगामी बिली जीन किंग कप 2025 प्ले-ऑफ्स से पहले कर्नाटक के युवा खिलाड़ियों से मुलाकात कर उन्हें प्रेरित किया। यह विशेष इंटरएक्शन सत्र एस.एम. कृष्णा टेनिस स्टेडियम, बेंगलुरु में आयोजित हुआ, जहां भारत की महिला टेनिस टीम ने न केवल अपने अनुभव साझा किए बल्कि उभरती प्रतिभाओं को आत्मविश्वास, अनुशासन और निरंतरता के मूल्य भी सिखाए।

इस सत्र में सहजा यमलापल्ली, श्रिवल्ली भामिदिपत्य, अंकिता रैना, रिया भाटिया और प्रार्थना थोंबरे शामिल रहीं। इन खिलाड़ियों ने कोर्ट पर और उसके बाहर अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि सफलता केवल प्रतिभा से नहीं, बल्कि दृढ़ निश्चय और दोहराव से मिलती है।

प्रार्थना थोंबरे ने कहा, “दबाव की स्थिति में कुछ नया करने की जरूरत नहीं होती। वही भरोसा करना चाहिए जो आप सैकड़ों बार अभ्यास में कर चुके हैं। जब आप एक ही चीज़ को बार-बार दोहराते हैं, तो वह आपके स्वभाव का हिस्सा बन जाती है।”

अंकिता रैना ने अनुशासन के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “ध्यान या किसी एक दिन की तैयारी से बात नहीं बनती। यह एक प्रणाली बनाने, हर दिन एक जैसी मेहनत करने और उस पर टिके रहने का नाम है। यही अनुशासन आपको दबाव के समय स्थिर रखता है।”

वहीं रिया भाटिया ने खिलाड़ियों को सकारात्मक तरीके से नर्वसनेस से निपटने की सलाह दी।

“नर्वस होना बुरा नहीं है। हम सैकड़ों मैच खेलने के बाद भी नर्वस महसूस करते हैं — क्योंकि यह दिखाता है कि आपको खेल की परवाह है। बस उस ऊर्जा को सही दिशा में इस्तेमाल करना जरूरी है।”

इस कार्यक्रम में कर्नाटक के युवा खिलाड़ी — 16 वर्षीय मेघना जी.डी., अधिरा बद्री प्रसाद, अदिति खानापुरी और 14 वर्षीय चौधरी — शामिल रहे। उन्होंने राष्ट्रीय खिलाड़ियों से मिलने को अपने लिए प्रेरणादायक बताया।

मेघना ने कहा, “अंकिता रैना मेरी पसंदीदा खिलाड़ी हैं। उन्हें करीब से देखना और उनसे सीखना मेरे लिए बेहद खास अनुभव है। उनका सर्व शानदार है और मैं उनसे बहुत कुछ सीखना चाहती हूँ।”

श्रीनिति ने कहा, “टीम इंडिया के अभ्यास सत्र को देखना मेरे लिए बहुत बड़ा मौका था। खिलाड़ियों की तैयारी और एकाग्रता देखकर बहुत कुछ सीखने को मिला।”

यह सत्र भारतीय टेनिस के लिए एक प्रेरक पहल साबित हुआ, जिसने देश के उभरते खिलाड़ियों को बताया कि बड़े सपनों तक पहुंचने का रास्ता मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास से होकर जाता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय

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