
बेलेम(ब्राजील), 12 नवंबर (हि.स.)। ब्राजील के बेलेम में चल रहे 30वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी-30) के आयाेजन स्थल पर मंगलवार को उस समय तनावपूर्ण माहौल बन गया जब दर्जनों आदिवासी प्रदर्शनकारियों ने सम्मेलन स्थल में जबरन घुसने की कोशिश की। इस दाैरान सुरक्षाकर्मियाें के साथ हुई उनकी झड़प में दाे सुरक्षाकर्मी घायल हाे गए।
मीडिया खबराें के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने भूमि अधिकारों की मांग करते हुए नारेबाजी की और कहा, “हमारी भूमि बिक्री के लिए नहीं है।”
सैकड़ों की संख्या में मार्च करके यहां पहुंचे इन प्रदर्शनकारियाें ने मुख्य द्वार पर धक्कामुक्की की। वे भूमि अधिकारों के झंडे लहराते हुए तख्तियां थामे थे, जिन पर लिखा था, “हम पैसे से भोजन नहीं खा सकते।”
टुपिनांबा समुदाय के नेता नाटो ने कहा, “हमें कृषि व्यवसाय, तेल खोज, अवैध खनन और लकड़ी तस्करों से मुक्त भूमि चाहिए।” इस बीच सुरक्षाकर्मियाें ने मेजें लगाकर उनका रास्ता रोका, लेकिन झड़प में एक गार्ड को पेट में चोट लगी और उसे व्हीलचेयर पर ले जाना पड़ा, जबकि दूसरे के सिर पर चोट आई है।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा अवरोध तोड़े, जिससे दो सुरक्षा कर्मियों को मामूली चोटें आईं और सम्मेलन स्थल को थाेड़ा नुकसान हुआ।
ब्राजील और संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा बलाें ने प्रोटोकॉल के तहत स्थल को सुरक्षित कर लिया है। मुख्य द्वार की मरम्मत के लिए इसे बंद कर दिया गया है। इस बाबत जांच जारी है, लेकिन सीओपी वार्ताएं भी निर्बाध रूप से जारी हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने आदिवासी समुदायों को वार्ताओं में प्रमुख 'भूमिका' देने का वादा किया है। प्रसिद्ध आदिवासी नेता रावनी मेटुक्तिरे के मुताबिक, “ब्राजील को हमें अमेज़न संरक्षण के लिए सशक्त बनाना चाहिए, क्योंकि उद्योग और विकास परियोजनाओं से समुदाय परेशान हैं।”
दस नवंबर से आरंभ यह सम्मेलन 21 नवंबर तक चलेगा जिसमें अमेज़न के वन संरक्षण और जलवायु प्रदूषण से संबधित प्रमुख विषयाें पर वार्ता हो रही है। सम्मेलन में 190 से अधिक देशाें के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल