समाज में शांति के लिए हर आतंकवादी तत्व का सफाया करना होगा : उपराज्यपाल सिन्हा

युगवार्ता    12-Nov-2025
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हमें समाज में शांति बहाल करने के लिए हर आतंकवादी तत्व का सफाया करना होगा- उपराज्यपाल सिन्हा


- उपराज्यपाल ने श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का उद्घाटन किया

श्रीनगर, 12 नवंबर (हि.स.)। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि हमें समाज में शांति बहाल करने के लिए हर आतंकवादी तत्व का सफाया करना होगा और इस प्रयास में जनता के सभी वर्गों का सहयोग आवश्यक है।

उपराज्यपाल वोमेध समूह की ओर से आयोजित श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। उपराज्यपाल ने फिल्म निर्माताओं से ऐसी फिल्में बनाने का आह्वान किया, जो आतंकवाद पीड़ितों की व्यथा को बयां करें, आतंकवादी तंत्र के सरगनाओं को बेनकाब करें और अगस्त 2019 के बाद आए बदलाव को प्रदर्शित करें।

उपराज्यपाल ने कहा कि लोगों को पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को शांति के दुश्मनों के बारे में जानकारी देकर उन्हें बेनकाब करना चाहिए, ताकि समाज में छिपे पूरे आतंकवादी तंत्र को बेअसर किया जा सके और पड़ोसी देश के नापाक इरादों को करारा जवाब दिया जा सके। उपराज्यपाल ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों के अथक, समर्पित कार्य और जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना, खुफिया और सुरक्षा बलों के अनेक बलिदानों के बाद हम जम्मू-कश्मीर में एक भयमुक्त वातावरण बनाने और युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए एक सुरक्षित, सहायक और समावेशी व्यवस्था स्थापित करने में सक्षम हुए हैं।

उपराज्यपाल ने कहा कि इस शांति, प्रगति, आनंद और नई आशा की रक्षा के लिए समाज को एकजुट होना चाहिए। उपराज्यपाल ने फिल्म शूटिंग को आसान बनाने और फिल्म उद्योग के साथ जम्मू-कश्मीर के संबंधों को पुनर्जीवित करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने फिल्म निर्माताओं से मनोरंजन और सामाजिक जिम्मेदारी के बीच संतुलन बनाने का भी आह्वान किया। उपराज्यपाल ने कहा कि सिनेमा सामाजिक आख्यानों को आकार देने, सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने और एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को बढ़ावा देने के सबसे शक्तिशाली साधनों में से एक है।

श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (टीआईएफएफएस) के चौथे संस्करण में 20 देशों से 100 से अधिक फिल्मों की प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। एक प्रतिष्ठित जूरी पैनल ने स्क्रीनिंग के लिए 20 लघु फिल्मों, 6 फीचर फिल्मों और 4 वृत्तचित्रों को चुना है। चयनित फीचर फिल्में भारत, पोलैंड, रूस और श्रीलंका जैसे देशों का प्रतिनिधित्व करती हैं। चयन में प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य देशों में अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, तुर्की और स्विट्जरलैंड शामिल हैं।

तीन दिवसीय सिनेमाई उत्सव में ऐसी सिनेमा का प्रदर्शन किया जाएगा, जो संस्कृतियों को जोड़ती है और कहानी कहने का जश्न मनाती है। जीवंत सांस्कृतिक और सिनेमाई महोत्सव जम्मू कश्मीर के कलात्मक पुनरुत्थान का एक शक्तिशाली प्रतीक है, जो दुनिया भर के फिल्म निर्माताओं और दर्शकों को आकर्षित करता है और रचनात्मक आदान-प्रदान के लिए एक वैश्विक मंच के रूप में इसकी स्थिति को मजबूत करता है।

रोहित भट और राकेश रोशन भट महोत्सव निदेशक टीआईएफएफएस, प्रो. नजीर अहमद गनई कुलपति एसकेयूएएसटी-कश्मीर, अंशुल गर्ग संभागीय आयुक्त कश्मीर, राजीव पांडे डीआईजी सीकेआर, अक्षय लाबरू उपायुक्त श्रीनगर, वोमेध समूह अवंती फाउंडेशन और लैंडमार्क क्राफ्ट्स लिमिटेड के सदस्य, प्रमुख कलाकार, फिल्मी हस्तियां और सिनेमा प्रेमी उद्घाटन समारोह में शामिल हुए।------------------------

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह

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