छत्तीसगढ़ के बीजापुर मुठभेड़ में मारे गये 27 लाख के इनामी छह नक्सलियाें की हुई शिनाख्त

युगवार्ता    13-Nov-2025
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बीजापुर में आयाेजित प्रेसवार्ता


बीजापुर, 13 नवंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र के कांदुलनार, कचलारम और गुज्जाकोंटा के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच 11 नवंबर को हुई मुठभेड़ में 27 लाख रुपये के इनामी तीन महिला सहित छह नक्सली मारे गए थे। मारे गये सभी नक्सलियाें की शिनाख्त हाे गई है।

मुठभेड़ स्थल से दाे इंसास रायफल, 05 मैग्जीन, 68 कारतूस, एक 9 एमएम काबाईन, 03 मैग्जीन, 22 कारतूस, तीन .303 रायफल, एक मैग्जीन 13 कारतूस, एक सिगल शाॅट रायफल, एक 12 बोर बंदूक, 08 कारतूस, रेडियो, स्केनर, मल्टीमीटर, हेण्ड ग्रेनेड,सेफ्टी फ्यूज, माओवादी साहित्य, पोच, माओवादी वर्दी, मेडिकल सामग्री एवं अन्य सामग्री बरामद की गई हैं। इस संयुक्त अभियान को डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा और एसटीएफ की टीमों ने अंजाम दिया।

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने गुरूवार काे बीजापुर में आयाेजित पत्रकारवार्ता में उक्त जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षाबलों को डीकेएसजेडसीएम पापाराव, मद्देड़ एरिया कमेटी इंचार्ज डीवीसीएम कन्ना उर्फ बुचन्ना, डीवीसीएम उर्मिला, डीवीसीएम मोहन कड़ती सहित पश्चिम बस्तर डिवीजन के करीब 50 से 60 नक्सलियों के एक बड़े समूह की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने तत्काल इलाके में एक व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया। 11 नवंबर की सुबह लगभग 10 बजे से शुरू हुई यह मुठभेड़ रुक-रुक कर दो दिनों तक जारी रही, जिसमें अंततः छह प्रमुख नक्सलियों को मार गिराने में सफलता मिली।

डीवीसीएम कन्ना उर्फ बुचन्ना : यह 8 लाख रुपये का इनामी मद्देड़ एरिया कमेटी का प्रभारी था और गुड्डीपाल, थाना मोदकपाल का निवासी था। पिछले एक दशक से अधिक समय से पुलिस और आम नागरिकों पर हुए कई हमलों का यह मास्टरमाइंड था। उसके खिलाफ 42 आपराधिक मामले दर्ज थे और 18 स्थायी वारंट जारी थे। पुलिस को मिले दस्तावेजों से यह भी पता चला है कि उसका शहरी नेटवर्क से भी गहरा जुड़ाव था।

डीवीसीएम उर्मिला पति पापाराव : यह 8 लाख रुपये की इनामी चिंतलनार, जिला सुकमा की निवासी थी और प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के शीर्ष नेता पापाराव की पत्नी थी। वह पामेड़ एरिया कमेटी की सचिव के तौर पर काम कर रही थी और पीएलजीए बटालियन की रसद व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालती थी। उसकी मौत से पामेड़ एरिया कमेटी और पीएलजीए बटालियन की सप्लाई चेन को बड़ा झटका लगा है।

एसीएम जगत तामो उर्फ मोटू : यह 5 लाख रुपये का इनामी फुल्लोड़, थाना जांगला का निवासी था और मद्देड़ एरिया कमेटी का एक सक्रिय सदस्य था।

पीएम देवे : यह 2 लाख रुपये की इनामी मीनागट्टा, थाना पामेड़ की निवासी नक्सली पार्टी की सदस्य थी।

पीएम भगत : यह 2 लाख रुपये की इनामी भैरमगढ़ का निवासी नक्सली मद्देड़ एरिया कमेटी का सदस्य था।

पीएम मंगली ओयाम : यह 2 लाख रुपये का इनामी बीजापुर पेद्दोजोजेर, थाना गंगालूर की निवासी नक्सली भी पार्टी सदस्य थी।

बीजापुर एसपी डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि वर्ष 2025 में बीजापुर जिले में हुए अलग-अलग मुठभेड़ों में 144 नक्सलियाें को मार गिराने में सुरक्षा बलों को सफलता मिली है । वही अलग अलग थाना क्षेत्रों में चलाये गये अभियान में 499 नक्सली गिरफ्तार हुए एवं 560 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया । जनवरी 2024 से अब तक जिले में चलाये गये अभियान में कुल 202 नक्सली मारे गये, 1002 नक्सली गिरफ्तार हुए एवं 749 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हुए।

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने कहा कि सतत अभियान सरकार, सुरक्षा बलों और बस्तर की जनता के उस सामूहिक संकल्प को दर्शाते हैं, जिसके तहत क्षेत्र से वामपंथी उग्रवाद जैसी दशकों पुरानी समस्या को समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य नक्सलियों के प्रभाव से दूरस्थ क्षेत्रों को मुक्त कराना, शांति एवं सुशासन की पुनर्स्थापना करना और समग्र एवं समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त करना है।

उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग अंतर्गत विगत 20 महीने में संचालित नक्सल विरोधी अभियान में अब तक अनेक केंद्रीय कमेटी सदस्य, डीकेएसजेडसी सदस्य, पीएलजीए कैडर्स सहित कुल 447 माओवादी कैडर्स के शव बरामद किए गए हैं। उन्हाेंने पुनः दोहराया कि हमारा लक्ष्य स्पष्ट है, एक शांतिपूर्ण और नक्सल-मुक्त बस्तर। वर्तमान परिस्थितियों में माओवादी संगठन पूरी तरह से घिर चुका है और अब उसके पास हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटने के अलावा कोई अन्य विकल्प शेष नहीं रह गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे

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