
नई दिल्ली, 15 नवंबर (हि.स.)। सिक्किम में शुरू हुए 13वें अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मार्ट में तकनीकी सत्र, बी टू बी बैठकें, पैनल चर्चा, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, और पूर्वोत्तर के पर्यटन उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टूर ऑपरेटरों ने पूर्वोत्तर को एकीकृत पर्यटन गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के लिए सहयोग पर विचार किया, जबकि प्रतिनिधियों ने सिनेमैटिक पर्यटन, होम स्टे, अवसंरचना विकास, और क्षेत्रीय समन्वय जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।
इस मार्ट को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय और सिक्किम सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। उद्घाटन समारोह में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री, सिक्किम के पर्यटन मंत्री, और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के पर्यटन मंत्री, तथा केंद्र मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। दो दिवसीय मर्त पूर्वोत्तर को ईको पर्यटन, एडवेंचर, वेलनेस, स्पिरिचुअल सर्किट, ग्रामीण पर्यटन, और सतत सामुदायिक आधारित गतिविधियों का आयोजन किया गया।
मंत्रालय के अनुसार, इस मार्ट में 19 देशों के 39 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि, और 22 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों से लगभग 90 घरेलू टूर ऑपरेटर शामिल हुए। सभी ने पूर्वोत्तर के आठ राज्यों, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा, और सिक्किम के पर्यटन सेवा प्रदाताओं के साथ कारोबारी साझेदारी मजबूत करने पर जोर दिया। क्षेत्र की वैश्विक पहचान बढ़ाने के लिए ट्रैवल मीडिया, और कंटेंट क्रिएटर भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
प्रतिनिधियों को रूमटेक मठ, दो द्रुल छोर्टेन, और नामग्याल इंस्टिट्यूट ऑफ तिब्बतोलॉजी जैसे प्रमुख स्थलों का भ्रमण भी कराया गया। उत्पाद प्रस्तुतियों में वन्य जीव पर्यटन, रिवर क्रूज, पारंपरिक त्योहार, विरासत शिल्प, खान पान, और एडवेंचर गतिविधियों की संभावनाएं सामने रखी गईं। कार्यक्रम के बाद घरेलू और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के लिए पूर्वोत्तर राज्यों में परिचयात्मक यात्राएं आयोजित की जाएंगी, ताकि वे क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता, और सांस्कृतिक विविधता को प्रत्यक्ष रूप से अनुभव कर सकें।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर