नेपाल–भारत के बीच तीन दिवसीय सीमा सुरक्षा समन्वय बैठक संपन्न

युगवार्ता    16-Nov-2025
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दिल्ली में संपन्न सुरक्षा समन्वय बैठक


काठमांडू, 16 नवंबर (हि.स.)। भारत की राजधानी नई दिल्ली में नेपाल और भारत के बीच तीन दिवसीय सीमा सुरक्षा समन्वय बैठक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के साथ संपन्न हुई। यह नौवीं बैठक 12 से 14 नवंबर तक आयोजित की गई।

बैठक में दशगजा क्षेत्र में बने अस्थायी झोपड़ियों, कुछ स्थानों पर की गई खेती तथा धार्मिक स्थलों (मठ–मंदिर) को हटाने जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। नेपाल की ओर से सशस्त्र पुलिस बल के महानिरीक्षक राजु अर्याल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ, जबकि भारत की ओर से सीमा सुरक्षा बल (SSB) के महानिदेशक संजय सिंघल ने प्रतिनिधित्व किया।

बैठक से लौटने के बाद रविवार को आईजीपी अर्याल ने बताया कि दशगजा क्षेत्र खाली कराने के साथ-साथ सफाई व्यवस्था, सीमा पिलरों की मरम्मत और रंगरोगन जैसे मुद्दे भी उठाए गए। पहले भी SSB और सशस्त्र पुलिस के संयुक्त प्रयास से पिलरों की मरम्मत होती रही है।

खुली सीमा के कारण रोजाना सैकड़ों लोग सीमा पार करते हैं, लेकिन अभिलेख न होने से सुरक्षा संबंधी चुनौतियाँ सामने आती हैं। इस पर भारतीय पक्ष ने सीमा आवागमन का रिकार्ड रखने का प्रस्ताव रखा।

भारतीय गृह मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन ने इस संबंध में सुझाव दिया, जिसे सकारात्मक रूप से लिया गया, हालांकि अंतिम निर्णय अभी नहीं हो पाया है। संबंधित नेपाली अधिकारी के अनुसार, इस प्रस्ताव पर नेपाल के गृह सचिव स्तर से निर्णय होने के बाद ही आगे बढ़ा जाएगा।

बैठक में यह भी चर्चा की गई कि अभिलेख रखने से आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों की पहचान करना आसान होगा, यदि वे भविष्य में किसी अवैध गतिविधि में लिप्त पाए जाते हैं। अभिलेख का मुद्दा इससे पहले भी नेपाल की ओर से उठाया जा चुका है।

दो वर्ष पूर्व दिल्ली बैठक और पिछले वर्ष काठमांडू में हुई बैठक में भी नेपाल ने इसे प्रस्तावित किया था। नेपाल ने इस संबंध में बजट का प्रावधान कर प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन भारतीय पक्ष की ओर से प्रतिक्रिया न मिलने पर यह काम रुका रहा। इस बार भारतीय पक्ष स्वयं इस विषय पर सकारात्मक दिखा।

बैठक में मुख्य रूप से 11 एजेंडों पर चर्चा हुई, जिनमें दशगजा क्षेत्र खाली कराना, सीमा रखरखाव, अभिलेख प्रणाली, फरार कैदियों की खोज में सहयोग, मादक पदार्थ नियंत्रण, तस्करी और अन्य सीमा सुरक्षा मुद्दे शामिल थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास

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