
ढाका, 17 नवंबर (हि.स.)। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराधों के मामले में फांसी की सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद ढाका में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है।
अंतरराष्ट्रीय अपराध ट्रिब्यूनल (आईसीटी) के फैसले के बाद हसीना के पैतृक घर , 32 धान मंडी पर प्रदर्शनकारियों काे तितर बितर करने के लिए पुलिस ने स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल किया है।
खबराें के मुताबिक सुबह से लेकर शाम तक 32 धान मंडी में एकत्रित हुई भारी भीड़ काे नियंत्रित करने के लिए पुलिस की कार्रवाई और वहां साै से भी ज्यादा ग्रेनेड विस्फाेटाें में कम से कम 50 लाेगाें के घायल हाेने की खबर है। घायलाें में पुलिसकर्मी और सेना के जवान भी शामिल हैं।
इस बीच हसीना के खिलाफ फैसले की घोषणा के समय अदालत कक्ष में कुछ लाेगाें ने तालिया बजाई जबकि कुछ के हाथ प्रार्थना के लिए जुड़े दिखे। हालांकि बाहर सड़कों पर भारी संख्या में सैनिकाें काे तैनाती थी।
फैसले के बाद अवामी लीग के समर्थकों ने जगह जगह विरोध प्रदर्शन शुरू किए हैं। हालांकि पुलिस ने नारायंगंज जिले में पिछले 36 घंटों में कम से कम 21 नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है।
ढाका के प्रमुख प्रवेश द्वारों पर नौ जांच चाैकिया बनाई गई हैं और 26 मोबाइल पैट्रोल टीमें सड़कों पर गश्त कर रही हैं। ढाका म्यूनिसिपल पुलिस के मुताबिक शहर के 34,000 पुलिसकर्मियों में से लगभग आधे ड्यूटी पर हैं। यदि कोई वाहन जलाने या क्रूड बम फेंकने की कोशिश करे ताे उसके खिलाफ “देखते ही गाेली मारने ” के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
फैसले के बाद से ही समूचे देश में तनाव है। देश में पिछले सप्ताह करीब 50 आगजनी की घटनाएं (ज्यादातर वाहनों पर) और दर्जनों क्रूड बम विस्फोट हुए, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
अल जजीरा की रिपोर्ट में कहा गया कि फैसले के बाद पूरे बांग्लादेश में सतर्कता बरती जा रही है, लेकिन तत्काल कोई बड़े पैमाने पर हिंसा की खबर नहीं है।
अवामी लीग ने फैसले को “पूर्वाग्रहपूर्ण और राजनीतिक प्रेरित” करार दिया है, जबकि छात्र संगठनों ने इसे “न्याय की जीत” बताया। हसीना ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “यह फैसला पक्षपाती है।”
इस बीच अंतरिम सरकार ने शहर में शांति बनाए रखने का आह्वान किया है। हसीना इस समय भारत में हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल