
- मुख्यमंत्री से मिला आसियान देशों के मिशन प्रमुखों के दल, आर्थिक-सांस्कृतिक, पर्यटन और निवेश में सहयोग पर हुई महत्वपूर्ण चर्चा
भोपाल, 18 नवम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आसियान भारत का अत्यंत ही महत्वपूर्ण रणनीतिक और सांस्कृतिक साझेदार रहा है। सदियों से व्यापार, समुद्री संपर्क, आध्यात्मिक आदान-प्रदान और सांस्कृतिक समानताएं इस प्रगाढ़ संबंध को और भी समृद्ध बनाती रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' को एक नई गति मिली है, जिससे भारत-आसियान सहयोग व्यापार, कनेक्टिविटी, डिजिटल साझेदारी, क्षमता-निर्माण और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में और भी मजबूत हुआ है। भारत ने इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल इंडिया, हरित ऊर्जा और जलवायु पहल की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है, जिससे आसियान देशों के साथ साझेदारी के नए-नए अवसर सामने आए हैं। भारत और आसियान देशों का यह संबंध आज पारस्परिक विश्वास और साझा प्रगति का प्रतीक बन गया है।
मुख्यमंत्री डॉ यादव मंगलवार को दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के राजदूतों के दल को संबोधित कर रहे थे। दरअसल, आसियान देशों के मिशन प्रमुखों के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मध्य प्रदेश प्रवास के पहले दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर समत्व भवन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से सौजन्य भेंट की। यह दल तीन दिवसीय प्रवास पर मध्य प्रदेश आया हुआ है।
इस उच्चस्तरीय दल में भारत में मलेशिया के उच्चायुक्त मलेशिया (आसियान चेयर) दातो मुजफ्फर शाह मुस्तफा, वियतनाम के राजदूत गुयेन थान्ह हाई, फिलीपींस के राजदूत जोसेल एफ. इग्नासियो, भारत और श्रीलंका में कंबोडिया की राजदूत रथ मनी, तिमोर-लेस्ते के राजदूत कार्लितो नुनेस, थाईलैंड की राजदूत छवनार्ट थांगसुमफंट, भारत और भूटान में इंडोनेशिया की राजदूत इना एच. कृष्णमूर्ति, ब्रुनेई के द्वितीय सचिव पेंगिरन मोहम्मद शफी अलवाली बिन पेंगिरन अबू बकर, भारतीय विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव (दक्षिण) प्रशांत अग्रवाल एवं अवर सचिव जुही जलोटा शामिल हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव राघवेन्द्र कुमार सिंह, जनसम्पर्क आयुक्त दीपक कुमार सक्सेना, मुख्यमंत्री के अपर सचिव चंद्रमौली शुक्ला तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने आसियान देशों के राजदूतों (मिशन प्रमुखों) को संबोधित करते हुए कहा कि आप सबका आगमन भारत और आसियान क्षेत्र के बीच गहरे सांस्कृतिक, आर्थिक और लोक-से-लोक संबंधों का जीवंत प्रतीक है। हमारा सौभाग्य है कि आप सब तीन दिवसीय यात्रा पर मध्यप्रदेश में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व धरोहर सांची की यात्रा आपको हमारी बौद्ध विरासत की गहराई से जोड़ेगी, वहीं हमारा जनजातीय संग्रहालय आपको भारत की सबसे बड़ी जनजातीय आबादी की समृद्ध संस्कृति से परिचित कराएगा। आपकी यात्रा हमारे बीच सहयोग, विश्वास और एक मजबूत साझेदारी को आगे बढ़ाने का माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और आसियान संबंधों के सुदृढ़ीकरण और प्रदेश के वैश्विक संवाद विस्तार की दृष्टि से यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने भारत तथा मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक, औद्योगिक निवेश तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहित नवाचारों के क्षेत्र में व्यापक सहयोग एवं साझेदारी की मंशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आसियान देशों के साथ साझेदारी से मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास को एक नई गति मिलेगी और ज्ञान–विज्ञान के आदान-प्रदान से नई तकनीकों एवं नवाचारों को भी बढ़ावा मिलेगा। सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी इस संबंध का महत्वपूर्ण आयाम बताते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पर्यटन विकास, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के विस्तार पर विशेष बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आसियान देशों के साथ हमारी साझेदारी अत्यंत मूल्यवान हैं। आपके साथ हम व्यापार, प्रौद्योगिकी, सतत् विकास तथा पर्यटन जैसे क्षेत्रों में व्यापक सहयोग की अपार संभावनाएं देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा राज्य समृद्ध संस्कृति, असाधारण प्राकृतिक सौंदर्य, कृषि आधारित शक्ति और तीव्र औद्योगिक विकास का संगम है। आसियान देशों के साथ भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को मध्यप्रदेश नई ऊर्जा और सहयोग के साथ आगे बढ़ाना चाहता है। निवेश, पर्यटन, ग्रीन ऊर्जा, आईटी व कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में हमारे बीच अपार संभावनाएं हैं। मध्यप्रदेश के साथ आपका सहयोग और साझेदारी इस पूरे अंचल को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और परस्पर प्रगति के नए मार्ग खोलेगा।
आसियान देशों के चेयर महामहिम मुस्तफा ने इस अवसर पर प्रतिनिधि मंडल का परिचय और प्रत्येक मिशन प्रमुख के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम सब विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। हमारा विकास का साझा रोडमैप एशिया को विश्व में अग्रणी बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। उन्होंने मध्य प्रदेश के लोगों की सहजता, आत्मीयता और अतिथि सत्कार के लिए आभार भी जताया।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने आसियान देशों के मिशन प्रमुखों का मध्य प्रदेश की धरती पर पारम्परिक तरीके से स्वागत और सम्मान किया और सभी को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए। उल्लेखनीय है कि आसियान देशों में भारत के अलावा मलेशिया, म्यांमार, ब्रूनेई दारुस्सलाम, फिलीपींस, इंडोनेशिया, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम, कंबोडिया, लाओस और तिमोर लेस्ते शामिल हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर