श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, कार्यों से होंगी नई पीढियां प्रेरित:नायब सैनी

युगवार्ता    18-Nov-2025
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हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी कलेसर वन का निरीक्षण करते हुए


चंडीगढ़, 18 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि देश व धर्म की रक्षा के लिए बलिदान देने वालों का जब भी जिक्र होता है तो श्री गुरु तेग बहादुर जी का नाम सबसे ऊपर लिया जाता है। उनके जीवन और कार्यों से नई पीढिय़ों को प्रेरित करने के लिए 350वें बलिदान वर्ष को पूरे राज्य में मनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी यमुनानगर के कलेसर में श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी वर्ष के उपलक्ष्य में उनके नाम पर वन, वन्य जीव एवं जैव विविधता संरक्षण ब्लॉक का उद्घाटन कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने गुरु तेग बहादुर जी वन एवं वन्य जीव संरक्षण ब्लॉक में विद्यार्थियों के साथ 350 पौधे लगाए और इस राष्ट्रीय उद्यान में सफारी ट्रेल का शुभारंभ और श्री गुरु तेग बहादुर जी द्वार का उद्घाटन भी किया।

मुख्यमंत्री ने ए.आई. आधारित मॉनिटरिंग टावर, ट्री कैनोपी वॉक और तीन स्तरीय वॉच टावरों का शिलान्यास भी किया। उन्होंने यमुनानगर के प्रतापनगर, किशनपुरा के 45 एकड़ में बनने वाले कृषि महाविद्यालय का नाम श्री गुरू तेग बहादुर जी के नाम पर रखने तथा यमुनानगर कपालमोचन सडक़ बाईपास की फिजिबलिटी चैक कर उसके निर्माण की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेसर की इस हरी-भरी धरा पर एक असीम ऊर्जा का अनुभव हो रहा है। हम सभी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बन रहे हैं, जिसमें यह ब्लॉक, प्रकृति, आध्यात्मिकता और मानवीय मूल्यों के संगम का प्रतीक बनेगा। उन्होंने हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी को शीश झुकाकर नमन किया। उन्होंने कहा कि यह वन प्रदेश के वन संरक्षण और जैव विविधता के संवर्धन में मील का पत्थर साबित होगा, जो श्री गुरु तेग बहादुर जी के पर्यावरण के प्रति प्रेम की विरासत को आगे बढ़ाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंद की चादर नवमें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी त्याग, करुणा साहस की मिसाल हैं। उन्होंने दुनिया को सिखाया है कि सच्ची शक्ति दूसरों की रक्षा में छिपी होती है। सच्चा धर्म वही है, जिसमें प्रकृति, प्राण और मनुष्य तीनों के प्रति समान प्रेम हो। प्रकृति उनके व्यक्तित्व का अभिन्न हिस्सा है। शांत जल की गहराई, घने पेड़ों की विनम्रता और पर्वतों जैसी दृढ़ता श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन में झलकती है। इसलिए, आज कलेसर में गुरुजी के नाम पर यह वन, वन्य जीव एवं जैव विविधता संरक्षण ब्लॉक स्थापित होना, उनकी शिक्षांओं का जीवंत रूप है।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा

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