
इस वर्ष के भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में जिन फिल्मों का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है, उनमें हॉलीवुड की मनोवैज्ञानिक थ्रिलर 'दिस टेम्पटिंग मैडनेस' प्रमुख रूप से शामिल है। सच्ची घटना से प्रेरित इस फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर 27 नवंबर को गोवा में एक भव्य स्क्रीनिंग के साथ आयोजित किया जाएगा। फिल्म का निर्देशन जेनिफर ई. मोंटगोमरी ने किया है, जिनके लिए यह पहली फीचर फिल्म है। रिलीज से पहले ही यह फिल्म अपनी रोमांचक कहानी और मजबूत स्टारकास्ट के कारण चर्चा में है और आईएफएफआई में इसे सबसे प्रतीक्षित प्रीमियर में से एक माना जा रहा है।
'दिस टेम्पटिंग मैडनेस' मिया (सिमोन एश्ले) की कहानी है, जो एक गंभीर हादसे के बाद कोमा से जागती है। होश में आते ही वह पाती है कि उसका अतीत धुंधला हो चुका है, उसके पति का कोई पता नहीं और परिवार का व्यवहार असामान्य रूप से सतर्क है, जिससे यह आभास होता है कि खतरा अब भी उसके आसपास मौजूद है। सिमोन एश्ले के अभिनय की शुरुआती फेस्टिवल स्क्रीनिंग्स में खूब तारीफ हो रही है। समीक्षक इसे उनके करियर का सबसे जटिल और प्रभावशाली प्रदर्शन बता रहे हैं। फिल्म का निर्माण स्मोक जम्पर फिल्म्स ने किया है।
निर्देशक और कलाकारों की प्रतिक्रियाए
निर्देशक जेनिफर ई. मोंटगोमरी ने बताया कि फिल्म की प्रेरणा एक करीबी दोस्त के दर्दनाक निजी अनुभव से मिली है। उन्होंने कहा, यह फिल्म याददाश्त की कमजोरी और खुद पर भरोसा खोने के भय को सामने लाती है। आईएफएफआई जैसे प्रतिष्ठित मंच पर इसका प्रीमियर होना हमारे लिए बेहद सम्मान की बात है। फिल्म 27 नवंबर को आईएफएफआई में प्रदर्शित की जाएगी। दुनियाभर के सिनेमाप्रेमियों के लिए यह इस साल के महोत्सव की महत्वपूर्ण स्क्रीनिंग्स में से एक मानी जा रही है।---------------
हिन्दुस्थान समाचार / लोकेश चंद्र दुबे